Patna News: पटना में विशेष निगरानी की बड़ी कार्रवाई, ट्रेनी SI को 7000 की रिश्वत के साथ दबोचा
पटना में राज्य विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने बहादुरपुर थाने में तैनात ट्रेनी पुलिस अवर निरीक्षक अजय कुमार को ₹7000 रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। विक्रम ज्योति नामक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि अजय कुमार एक मामले में नाम शामिल न करने के लिए रिश्वत मांग रहे थे। शिकायत की पुष्टि होने पर एसवीयू ने धावा दल गठित कर कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य की विशेष निगरानी इकाई ने शुक्रवार को एक कार्रवाई करते हुए ट्रेनी पुलिस अवर निरीक्षक को 7000 रुपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस अवर निरीक्षक अजय कुमार बहादुरपुर थाने में पदस्थापित हैं।
विशेष निगरानी से मिली जानकारी के अनुसार, विशेष निगरानी को एक शिकायत मिली थी जो की विक्रम ज्योति नामक व्यक्ति ने दर्ज कराई थी, कि पुलिस ट्रेनी पुलिस अवर निरीक्षक अजय कुमार एक मामले में उनका नाम प्राथमिक में शामिल न करने की एवज में ₹7000 की रिश्वत मांग रहे हैं।
एक ट्रेनी पुलिस अधिकारी द्वारा इस प्रकार से रिश्वत मांगने के मामलों को गंभीरता से लेते हुए विशेष निगरानी इकाई ने पहले तो शिकायत की सत्यता जांच कराई। आरोप सही पाए जाने के बाद विशेष निगरानी इकाई ने एक धावा दल का गठन किया और शुक्रवार को अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया।
अवर पुलिस निरीक्षक अजय कुमार जिस वक्त विक्रम ज्योति से रिश्वत के 7000 रुपए ले रहे थे इस वक्त उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल इनसे पूछताछ हो रही है इसके बाद आगे की कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।
नियोजन अफसर 20 हजार और डाटा आपरेटर 10 हजार रिश्वत लेते पकड़े गए
वहीं एक दिन पहले, कौशल विकास के दो केंद्रों को रद करने का भय दिखाकर रिश्वतखोर दो सरकारी सेवकों को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो अपनी गिरफ्त में लिया है। गिरफ्तारी लोक सेवकों में मधुबनी जिले के नियोजन पदाधिकारी मृणाल कुमार चौधरी और डेटा एंट्री ऑपरेटर राहुल कुमार हैं।
हाजीपुर निवासी नितिश मोहन नाम के एक व्यक्ति ने निगरानी ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी कि मधुबनी के नियोजन अधिकारी और डेटा एंट्री ऑपरेटर दोनों मिलकर भय दिखा रहे हैं कि उनके द्वारा चलाए जा रहे दो कौशल विकास केंद्रों को रद कर दिया जाएगा।
ऐसा न करने के लिए दोनों रिश्वत की मांग कर रहे हैं। शिकायत मिलने के बाद निगरानी ने इसकी सत्यता जांच कराई और आरोप को सही पाया। जिसके बाद निगरानी के डीएसपी अमरेंद्र प्रसाद विद्यार्थी के नेतृत्व में एक धावा दल का गठन किया गया।
धावा दल ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी अभियुक्त नियोजन पदाधिकारी मधुबनी मृणाल कुमार चौधरी को 20 हजार, डेटा एंट्री ऑपरेटर जिला नियोजन कार्यालय मधुबनी 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
इन दोनों आरोपियों को बाबू बरही थाना के तहत भूपति चौक जिला मधुबनी से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों से पूछताछ के बाद इन्हें निगरानी की मुजफ्फरपुर स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।