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    बिहार चुनाव में आरजेडी से किन नेताओं को मिलेगा टिकट? लालू यादव ने सबकुछ कर दिया साफ

    By Jagran News Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Sun, 06 Jul 2025 11:25 AM (IST)

    लालू प्रसाद 13वीं बार राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। 5 जुलाई को राष्ट्रीय परिषद ने इस पर मुहर लगाई जो पार्टी का स्थापना दिवस भी था। लालू ने कहा कि वे कार्यकर्ताओं के भरोसे पर खरे उतरेंगे और काम के आधार पर टिकट मिलेगा। तेजस्वी ने भी क्षेत्र में सक्रिय कार्यकर्ताओं को टिकट देने की बात कही।

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    लालू प्रसाद 13वीं बार राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, पटना। लालू प्रसाद लगातार 13वीं बार राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। कोई विरोधी नहीं होने के कारण 24 जून को नामांकन वापसी के दिन ही उनका निर्वाचन हो गया। शनिवार (05 जुलाई) को राष्ट्रीय परिषद ने इस पर अंतिम मुहर लगा दी। संयोग से उसी दिन पार्टी का स्थापना दिवस भी था। वर्ष 1997 में 05 जुलाई को ही राजद की स्थापना हुई थी।

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    चुनाव के बाद लालू ने पार्टी नेताओं से कहा कि आपने हम पर भरोसा किया है, हम उस पर खरा उतरेंगे। आप निश्चिंत रहें। आपमें से ही किसी को टिकट मिलेगा। संगठन स्तर पर सर्वे कराया जा रहा है। इसलिए क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ाएं, क्योंकि काम के आधार पर ही टिकट का बंटवारा होगा।

    तेजस्वी यादव ने भी एक बार फिर दोहराया कि गणेश परिक्रमा करने वालों को नहीं, बल्कि क्षेत्र परिक्रमा करने वालों को ही विधानसभा चुनाव में टिकट मिलेगा। बापू सभागार में आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठक सह खुला अधिवेशन में 26 राज्यों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

    राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी रामचंद्र पूर्वे और राष्ट्रीय सह चुनाव अधिकारी चित्तरंजन गगन ने लालू को 2025 से 2028 तक के कार्यकाल के लिए निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र सौंपा। राष्ट्रीय परिषद ने लालू को नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी के गठन के लिए अधिकृत किया और चार प्रस्ताव (राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, विदेश नीति से संबंधित प्रस्ताव) भी पारित किए।

    इस मौके पर पार्टी सदस्यों ने एकजुट होकर चुनाव मैदान में जाने और गठबंधन की सरकार बनाने का संकल्प लिया। लालू ने कहा कि हमने हमेशा पार्टी को प्राथमिकता दी है। हमने विपरीत परिस्थितियों में भी विचारधारा से समझौता नहीं किया।

    मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करवाया। लोहिया की नीति का पालन किया। तीन-चार महीने में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बार हमें चूकना नहीं चाहिए। एकजुट रहें। हम मिलकर सरकार बनाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस संविधान और लोकतंत्र की हत्या करने पर तुली हुई है।

    'सरकार वोट के अधिकार को छीनने की कोशिश...'

    वहीं, महागठबंधन मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) को मताधिकार छीनने की साजिश बता रहा है। इंटरनेट मीडिया पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने इसी बहाने आरएसएस और चुनाव आयोग पर हमला बोला है।

    अपने एक्स हैंडल पर किए गए पोस्ट में लालू ने लिखा है कि संघियों ने देश के लोकतंत्र को इस मुकाम पर पहुंचा दिया है, जहां नागरिकों को अपना वोट बचाने के लिए मजबूर किया जा रहा है और सरकार वोट के अधिकार को छीनने की कोशिश कर रही है।

    चुनाव आयोग मतदाताओं को उनके वोट के अधिकार से वंचित करने की साजिश रच रहा है। वह मतदाताओं को हतोत्साहित कर रहा है और उन्हें मानसिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से परेशान कर रहा है। वोट का सत्यापन करने के बजाय वह उनसे अपनी नागरिकता साबित करने को कह रहा है।