बिहार में सरकारी सेवकों को महंगाई भत्ता में हो सकती है तीन प्रतिशत की वृद्धि
जनवरी 2025 से दो प्रतिशत वृद्धि को जोड़कर सरकारी सेवकों को अभी 55 प्रतिशत डीए मिल रहा। सूत्र बता रहे कि तीन प्रतिशत की वृद्धि के बाद जुलाई से यह 58 प्रतिशत हो सकता है। केंद्र के स्तर पर जब डीए की घोषणा होगी तो वह जुलाई से ही प्रभावी होगी और बकाया एरियर के रूप में मिलेगा।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में सरकारी सेवकों को महंगाई भत्ता केंद्रीय कर्मियों के बराबर ही मिलता है। कारण यह कि यहां भी उन्हें वेतन सातवें वेतन आयोग की अनुशंसाओं के अनुरूप मिलता है। वर्ष मेंं दो बार डीए में वृद्धि होती है। पिछली बार दो प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इस बार इसके तीन प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है।
जनवरी, 2025 से दो प्रतिशत वृद्धि को जोड़कर सरकारी सेवकों को अभी 55 प्रतिशत डीए मिल रहा। सूत्र बता रहे कि तीन प्रतिशत की वृद्धि के बाद जुलाई से यह 58 प्रतिशत हो सकता है। केंद्र के स्तर पर जब डीए की घोषणा होगी तो वह जुलाई से ही प्रभावी होगी और बकाया एरियर के रूप में मिलेगा। केंद्र सरकार की घोषणा के कुछ दिन बाद बिहार में भी उसी दर से डीए वृद्धि की घोषणा होती है।
बहरहाल तीन प्रतिशत वृद्धि की संभावना से सरकारी सेवकों में प्रसन्नता है, क्योंकि इसकी घोषणा दशहरा-दीपावली तक होने की संभावना है। महंगाई भत्ता और महंगाई राहत की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (औद्योगिक श्रमिक) के आधार पर होती है। जून, 2025 में इसमें 1.0 अंक की वृद्धि दर्ज की गई है। इस आधार पर डीए में तीन प्रतिशत वृद्धि की आशा है। पिछले वर्ष भी दीपावली पर डीए में तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
कौन लाभान्वित होंगे?
- सरकारी कर्मचारी
- पेंशनभोगी
- पारिवारिक पेंशनभोगी
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