तेजस्वी के इनकार के बाद RJD की बैठक में पसरा सन्नाटा, लालू प्रसाद को क्यों करना पड़ा हस्तक्षेप?
राजद की एक महत्वपूर्ण बैठक में तेजस्वी यादव के इनकार के बाद सन्नाटा पसर गया। स्थिति को संभालने के लिए लालू प्रसाद यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा। तेजस्वी के इनकार के बाद बैठक में असहज स्थिति बन गई थी। लालू प्रसाद के हस्तक्षेप ने बैठक को पटरी पर लाने में मदद की, जो आगामी रणनीतियों पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण थी।

तेजस्वी यादव को सौंपी गई जिम्मेदारी। जागरण आर्काइव
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद विधायक दल की सोमवार को पटना में हुई बैठक में लालू पुत्र और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
हालांकि बैठक की शुरुआत में तेजस्वी यादव ने नेता पद की जिम्मेदारी संभालने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि जनता ने अगर विकल्प के रूप में उन्हें स्वीकार नहीं किया तो नेतृत्व संभालना तर्क संगत नहीं होगा।
संगठन को तेजस्वी की ज्यादा जरूरत
उनके इस रुख से बैठक में कुछ देर के लिए सन्नाटा पसर गया। कई विधायकों ने एक स्वर से कहा कि इस मुश्किल घड़ी में संगठन को तेजस्वी के नेतृत्व की पहले से कहीं अधिक जरूरत है।
तेजस्वी यादव के निर्देश पर सोमवार को तेजस्वी के सरकारी आवास एक पोलो रोड पर नवनिर्वाचित विधायकों और पूर्व विधायकों की बैठक बुलाई गई थी।
सूत्रों ने बताया बैठक में प्रस्ताव दिया गया गया कि तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष पद का जिम्मा संभाले। हालांकि तेजस्वी ने शुरुआत में इनकार किया। इसके बाद बैठक में कुछ देर के लिए सन्नाटा पसर गया।
लालू की अपील पर माने तेजस्वी
सूत्र बताते हैं कि तेजस्वी के इस इंकार से असहज माहौल बनते देख लालू प्रसाद यादव ने हस्तक्षेप किया। लालू ने विधायकों से कहा कि तेजस्वी ने कठिन परिस्थितियों में पार्टी को मजबूती से खड़ा किया।
यह समय उन पर और विश्वास जताने का है। लालू की अपील और विधायकों की भावनात्मक प्रतिक्रिया के बाद तेजस्वी ने अनिच्छा के साथ ही सही, विधायक दल का नेता बनने पर सहमति दे दी।
बैठक में हार के कारणों को लेकर भी तीखी चर्चा हुई। वरिष्ठ नेताओं ने चुनावी प्रक्रिया और प्रशासनिक निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाए।
मशीनरी प्रबंधन का नतीजा है चुनाव परिणाम
कई नेताओं ने आरोप लगाया कि यह परिणाम वास्तविक जनादेश नहीं बल्कि मशीनरी प्रबंधन का नतीजा है। उनका कहना था कि कई सीटों पर सरकारी तंत्र की भूमिका संदिग्ध रही और मतगणना प्रक्रिया को लेकर पार्टी ने पहले भी आपत्ति जताई थी।
समीक्षा बैठक इस आश्वासन के साथ समाप्त हुई कि पार्टी हार से सीख लेकर नए सिरे से संघर्ष करेगी। तेजस्वी यादव ने भी स्वीकार किया कि आत्ममंथन का यह समय राजद के लिए निर्णायक है और आने वाले महीनों में संगठन को बिल्कुल नई ऊर्जा के साथ पुनर्गठित किया जाएगा।
बैठक में तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद के साथ राबड़ी देवी, डा. मीसा भारती, अब्दुलबारी सिद्दिकी, जगदानंद सिंह, मंगनी लाल मंडल, उदय नारायण चौधरी, रणविजय साहू समेत पार्टी के दूसरे कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।

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