Bihar Politics: पहली बार अपने परिवार से अलग हुए तेजस्वी यादव! चुनाव आयोग ने कर दिया ये काम
विशेष पुनरीक्षण में तेजस्वी यादव का बूथ परिवार से अलग हो गया है जिससे अफवाहें उड़ीं। जिला प्रशासन ने जांच कर बताया कि उनका नाम मतदाता सूची में है लेकिन बूथ संख्या बदल गई है। तकनीकी कारणों से यह बदलाव हुआ है। प्रशासन ने लोगों से मतदाता सूची जांचने की अपील की है।

जागरण संवाददाता, पटना। विशेष सघन पुनरीक्षण के प्रकाशित प्रारूप में कई मतदाताओं का क्रम और बूथ संख्या बदल गया है। यहां तक कि परिवार के सदस्यों का बूथ भी बदल गया है। इसके शिकार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव भी हैं। पहली बार वे अपने परिवार से अलग बूथ पर वोट देंगे।
शुक्रवार को प्रारूप मतदाता सूची प्रकाशित होने के बाद तेजस्वी का नाम परिवार के साथ नहीं दिखा, जिससे राजनीतिक और सामाजिक तबके में यह अफवाह फैल गई कि उनका नाम हटा दिया गया है। जब यह जानकारी जिला प्रशासन तक पहुंची तो डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने इसकी जांच कराई।
पता चला कि तेजस्वी प्रसाद यादव का क्रम और बूथ संख्या परिवार से अलग कर दिया गया है। हालांकि, जगह अभी भी बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन ही है। इसके बाद डीएम ने बताया कि प्रारूप मतदाता सूची में तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम दर्ज है और वे योग्य मतदाता हैं।
तकनीकी पुनर्संरचना के कारण बूथ बदला
जिला प्रशासन ने बताया कि कुछ समाचार माध्यमों से पता चला कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की प्रारूप मतदाता सूची में नहीं है। जाँच में उनका नाम प्रारूप मतदाता सूची में दर्ज पाया गया। वर्तमान में उनका नाम मतदान केंद्र संख्या 204, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के पुस्तकालय भवन, क्रम संख्या 416 पर दर्ज है।
इससे पहले उनका नाम मतदान केंद्र संख्या 171, क्रम संख्या 481, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के पुस्तकालय भवन पर दर्ज था। उनका EPIC नंबर RAB 0456228 है, जो उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में अपने हलफनामे में दिया था। जिला प्रशासन ने मतदाता सूची जारी की है और उसमें क्रम संख्या 511 अंकित है, जिसमें तेजस्वी प्रसाद यादव का विवरण है।
इसी प्रकार, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी व्यास जी और उनकी पत्नी मीरा मिश्रा का नाम भी विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत 1 अगस्त को जारी प्रारूप मतदाता सूची में शामिल है। चुनाव अधिकारियों ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के दौरान मतदान केंद्र या क्रम संख्या में परिवर्तन सामान्य बात है।
तकनीकी पुनर्संरचना के कारण ऐसा होता है, इसे त्रुटि या विलोपन न समझा जाए। जिला प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे ड्राफ्ट मतदाता सूची में अपना नाम अवश्य जाँच लें, यदि कोई त्रुटि हो तो फॉर्म संख्या 8 भरकर उसे ठीक करा लें। किसी भी भ्रामक जानकारी पर ध्यान न दें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।