Bihar Politics: स्वर्ग और नर्क की बात तो सुना था...', SIR को लेकर JDU प्रवक्ता ने विपक्ष पर किया प्रहार
बिहार में विशेष सघन पुनरीक्षण के बाद प्रकाशित प्रारूप में तेजस्वी यादव समेत कई मतदाताओं का क्रम और बूथ संख्या बदल गया है यहां तक कि उनके परिवार के सदस्यों का बूथ भी बदल गया है। जेडीयू नेता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर डबल EPIC नंबर होने का आरोप लगाया और इसे आठवां घोटाला करार दिया।

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में विशेष सघन पुनरीक्षण के प्रकाशित प्रारूप में कई मतदाताओं का क्रम और बूथ संख्या बदल गया है। यहां तक कि परिवार के सदस्यों का बूथ भी बदल गया है। इसके शिकार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव भी हैं। पहली बार वे अपने परिवार से अलग बूथ पर वोट देंगे। इसको लेकर कई नेताओं के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है।
JDU नेता नीरज कुमार ने भाजपा द्वारा राजद नेता तेजस्वी यादव पर डबल EPIC नंबर होने का आरोप लगाए जाने पर कहा कि हम लोगों ने तो ऐसा कभी अपने राजनीतिक जीवन काल में नहीं देखा है।
किसी भी नेता का दो EPIC नंबर नहीं
उन्होंने कहा कि स्वर्ग और नर्क की बात तो फिर भी सुनी है लेकिन राजनीति में कभी किसी राजनेता के दो EPIC नंबर हो ऐसा नहीं सुना। हालांकि, मुझे इसलिए आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि जिनके दो EPIC नंबर हैं उनके सिर पहले ही 7 घोटाले हैं और अब यह आठवां घोटाला हो गया।
तेजस्वी ने किया मतदान पहचान पत्र घोटाला-नीरज कुमार
उन्होंने कहा कि इससे पहले उनके नाम 7 घोटाले दर्ज हैं और अब आठवां घोटाला मतदान पहचान पत्र का जुड़ गया है। आरजेडी पार्टी की जुबान खमोश है और लालू यादव नजरबंद हैं। ये लोग डबल भाषा बोलते हैं और इनका डबल चेहरा भी है।
कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना
राहुल गांधी ने कहा था कि परमाणु बम छोड़ेंगे। लेकिन ऐसा बम छोड़ा कि अपने सहयोगियों को भी उठाकर फेंक दिया। दिमाग ही ब्लास्ट हो गया। राहुल गांधी को जुबान खोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव राजनीतिक फ्रॉड हैं। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।
परिवार से अलग हुआ तेजस्वी का बूथ
तेजस्वी प्रसाद यादव का क्रम और बूथ संख्या परिवार से अलग कर दिया गया है। हालांकि, जगह अभी भी बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का पुस्तकालय भवन ही है। इसके बाद डीएम ने बताया कि प्रारूप मतदाता सूची में तेजस्वी प्रसाद यादव का नाम दर्ज है और वे योग्य मतदाता हैं।
शुक्रवार को प्रारूप मतदाता सूची प्रकाशित होने के बाद तेजस्वी का नाम परिवार के साथ नहीं दिखा, जिससे राजनीतिक और सामाजिक तबके में यह अफवाह फैल गई कि उनका नाम हटा दिया गया है।
जब यह जानकारी जिला प्रशासन तक पहुंची तो डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने इसकी जांच कराई।
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