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    'हमने इस सरकार को झुका दिया', तेजस्वी ने गांधी जयंती पर फिर की आरक्षण बढ़ाने की बात

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 07:47 PM (IST)

    राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में जाति आधारित गणना की रिपोर्ट सार्वजनिक होने की दूसरी वर्षगांठ पर भाजपा पर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा कि भाजपा ने उनकी सरकार द्वारा बढ़ाए गए 65% आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया जिससे इन वर्गों को नौकरियों का नुकसान हो रहा है।

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    तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट। (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव को अपने मुद्दों (आरक्षण आदि) पर केंद्रित करने के उद्देश्य से राजद नेता तेजस्वी यादव ठीक दो वर्ष पहले के उस घटनाक्रम का स्मरण करा रहे, जब बिहार में जाति आधारित गणना की रिपोर्ट सार्वजनिक हुई थी।

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    वह दिनांक 2 अक्टूबर, 2023 था और तब तेजस्वी उप मुख्यमंत्री हुआ करते थे। गुरुवार को बयान जारी कर तेजस्वी ने कहा कि याद करते है वह ऐतिहासिक दिन, जब उप मुख्यमंत्री के तौर पर हमने दशकों पुराने जाति आधारित गणना के संकल्प को बिहार में जातीय सर्वेक्षण करवा कर पूरा किया था और रिपोर्ट सार्वजनिक की थी।

    रिपोर्ट प्रकाशित कर हमने घोषणा की थी कि अब समूचा देश जातिगत जनगणना चाहता है, इसमें अब हम देर नहीं होने देंगे। हमारे संघर्ष ने इस अड़ियल सरकार को झुका दिया।

    भाजपा और आरएसएस वाले लोग, जो दिन-रात जातिगत जनगणना की खामियां बताते थे, उसके विरोध में बयान देते थे, उनसे ही हमने राजनीतिक और सामाजिक दबाव डाल पूरे देश में जातिगत जनगणना करवाने की घोषणा करवा दी। हालांकि, उनकी मंशा और क्रियान्वयन पर संदेह है।

    तेजस्वी ने भाजपा पर अनुसूचित जाति और पिछड़ा विरोधी के साथ आरक्षण चोर होने का आरोप लगाया है। कहा कि भाजपा ने हमारी उस रिपोर्ट के अनुसार बढ़ाए गए 65 प्रतिशत आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में सम्मिलित नहीं करके अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ों व अति-पिछड़ों के अधिकार पर डाका डाला है।

    डबल इंजन सरकार ने इन वर्गों के सीने में खंजर घोंपा है। एनडीए सरकार के आरक्षण विरोधी इस कदम से इन वर्गों को लाखों नौकरियों का नुकसान झेलना पड़ रहा है।

    इन वर्गों के लिए तेजस्वी की लड़ाई जारी रहेगी और तब तक जारी रहेगी जब तक जनसंख्या के अनुपात में हिस्सेदारी सुनिश्चित नहीं हो जाती। आरक्षण का दायरा 50 प्रतिशत की सीमा को पार नहीं कर लेता।

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