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    'हमारी सरकार बनी तो कूड़ेदान में होगा वक्फ बिल', तेजस्वी यादव ने कहा- मुसलमानों के बाद निशाने पर होंगे हिंदू

    राजद नेता तेजस्वी यादव ने वक्फ संसोधन विधेयक का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक असंवैधानिक है और इससे मुसलमानों के अधिकारों का हनन होगा। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में राजद की सरकार बनने पर इस विधेयक को लागू नहीं होने दिया जाएगा। तेजस्वी ने कहा कि इस विधेयक के विरुद्ध सदन से लेकर सड़क तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी और हम कोर्ट की शरण में हैं।

    By Vikash Chandra Pandey Edited By: Piyush Pandey Updated: Sat, 05 Apr 2025 07:08 PM (IST)
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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    राज्य ब्यूरो, पटना। वक्फ संशोधन विधेयक के हवाले से राजद का प्रयास स्वयं को मुसलमानों का हितैषी सिद्ध करने का है। शनिवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रेस-वार्ता कर तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में जब हमारी सरकार बनेगी तो इस विधेयक को किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे।

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    हम इसे कूड़ेदान में फेंक देंगे। इस विधेयक के विरुद्ध सदन से लेकर सड़क तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी और हम कोर्ट की शरण में हैं। इससे पहले हमने एनआरसी का भी विरोध किया था। आरक्षण की लड़ाई में भी राजद कोर्ट गया है।

    तेजस्वी ने कहा कि वक्फ विधेयक असंवैधानिक है और इसमें संविधान के अनुच्छेद-26 का उल्लंघन किया गया है। आरएसएस और भाजपा का काम संविधान विरोधी है। अपने उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए वे ऐसा कर रहे।

    मुसलमानों के बाद निशाने पर होंगे इसाई और सिख, अंतत: हिंदू भी - तेजस्वी

    वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में राजद ने 18 पहलुओं पर अपनी बात संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष रखी। ई-मेल भी किया, लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार यह संविधान विरोधी विधेयक लेकर आई।

    शनिवार को प्रेस-वार्ता में इस दावे के साथ तेजस्वी यादव ने कहा कि मुसलमानों के बाद भाजपा वाले सिख और इसाई पर भी हमला बोलेंगे। उसके बाद इनके निशाने पर 80 प्रतिशत हिंदू होंगे। यही इनके भविष्य का एजेंडा है। 65 प्रतिशत आरक्षण के साथ भी भाजपा ने यही किया। कमंडल वाले हिंदू और मुसलमान को दूर करना चाहते हैं।

    जदयू को तेजस्वी ने भाजपा का अल्पसंख्यक विरोधी प्रकोष्ठ बताया। वक्फ विधेयक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर प्रश्न उठाया। तेजस्वी ने कहा कि पद से हटाने की धमकी देकर जदयू के अल्पसंख्यक नेताओं को जबरदस्ती प्रेस-वार्ता में बैठाया गया। गुलाम गौस सहित कई नेताओं को बोलने नहीं दिया गया।

    हमने देखा कि मुंगेर में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को अधिकारी मटन परोस रहे थे। नीतीश कुमार की फोटो हटाकर मात्र नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाई जा रही है। चुनाव तक ये लोग नीतीश को जैसे-तैसे साथ रखेंगे और उसके बाद क्या परिणाम होना है, यह सब जानते हैं।

    प्रेस वार्ता में प्रो. मनोज कुमार झा, मो. शाहनवाज आलम, डॉ. मो. शमीम अहमद, अख्तरूल इस्लाम शाहीन, कारी मो. सोहैब, डॉ. अनवर आलम, शक्ति सिंह यादव, एजाज अहमद आदि उपस्थित रहे।

    चिराग पर भी कसा तंज

    चिराग पासवान के बयान पर तेजस्वी ने कहा कि वे मीठा बोलते हैं और पीछे से छुरी मारते हैं। उनके पिता रामविलास पासवान ने गोधरा कांड के बाद त्यागपत्र दिया था या तो उस समय रामविलास गलत थे, या अभी चिराग गलत हैं।

    राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने विधेयक का समर्थन किया है। इस पर तेजस्वी ने कहा कि उनकी अपनी राय हो सकती है। हमारी अपनी राय है।

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