नीतीश को I.N.D.I.A का संयोजक बनाने पर लालू-तेजस्वी राजी, 'भूल-सुधार' की कोशिश में जुटी RJD
नीतीश कुमार को I.N.D.I.A का संयोजक बनाए जाने की चर्चा और प्रस्ताव का तेजस्वी यादव ने स्वागत किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि हम सभी का उद्देश्य भाजपा मुक्त भारत बनाना है। तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार आईएनडीआईए के संयोजक बनाए जाते हैं तो यह अच्छी बात है। वे सबसे अनुभवी हैं। अगर ऐसा कोई प्रस्ताव है तो अच्छा है।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आईएनडीआईए का संयोजक बनाए जाने की चर्चा और प्रस्ताव का उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने स्वागत किया है। तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा कि हम सभी का उद्देश्य भाजपा मुक्त भारत बनाना है।
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आईएनडीआईए के संयोजक बनाए जाते हैं तो, यह अच्छी बात है। वे सबसे अनुभवी हैं। अगर ऐसा कोई प्रस्ताव है तो अच्छा है। प्रदेश में पिछले साल अगस्त में राजद-जदयू का गठबंधन हुआ था। इसके बाद आईएनडीआईए का गठन कर देश के राजनीतिक दलों को एकजुट किया जा रहा है।
नीतीश कुमार ने यूं पलटा गेम
बता दें कि हाल ही में ऐसी खबरे आ रही थीं कि आईएनडीआईए की पिछली बैठक में लालू यादव के इशारे पर ही ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने पीएम पद की उम्मीदवारी के लिए खरगे का नाम आगे किया था।
इसके अलावा, ललन सिंह के सहारे जेडीयू विधायकों को तोड़कर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की प्लानिंग की भी खबरें आई थीं। हालांकि जदयू के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद ललन सिंह ने ऐसी किसी मीटिंग से पल्ला झाड़ लिया था। साथ ही आरजेडी ने भी ऐसी खबरों को बेबुनियाद बताया था।
अब नीतीश कुमार ने जेडीयू की बागडोर पूरी तरह से अपने हाथ में ले ली है। ऐसा लगता है वह किसी पर भी विश्वास नहीं करना चाहते हैं। केसी त्यागी के बयान ने नीतीश कुमार के एक बार फिर से भाजपा के साथ जाने को हवा दे दी थी। I.N.D.I.A गठबंधन के नेताओं को भी उन्होंने साफ-साफ संदेश दे दिया है कि उन्हें नजरअंदाज करना I.N.D.I.A के लिए अच्छा नहीं होगा।
नीतीश के कड़े तेवर के आगे नरम पड़े सहयोगी
नीतीश कुमार कड़े तेवरों ने अन्य सहयोगी दलों आरजेडी और कांग्रेस को सकते में ला दिया है। दोनों ही दलों के तेवर नर्म पड़ते दिखाई दे रहे हैं। एक तरफ जहां तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को संयोजक पद के लिए अनुभवी व्यक्ति बता रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें किसी भी पद के योग्य बताया है। कुछ भी हो, लेकिन एक बात तय है कोई भी नीतीश कुमार को नाराज नहीं करना चाहता है।