Caste Census: 'अब हमारी अगली लड़ाई ये होगी कि...', जाति जनगणना के फैसले पर तेजस्वी यादव ने दी प्रतिक्रिया
Bihar Politics राजद नेता तेजस्वी यादव ने जाति गणना को लेकर केंद्रीय कैबिनेट के फैसले पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि यह उनकी 30 साल पुरानी मांग थी और समाजवादियों की जीत है। तेजस्वी ने कहा कि यह उनकी ताकत है कि सरकार को उनके एजेंडे पर काम करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह लालू यादव की जीत है।
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव ने जाति गणना को लेकर केंद्रीय कैबिनेट के फैसले पर प्रतिक्रिया दी है।
तेजस्वी ने कहा कि यह हमारी 30 साल पुरानी मांग थी। यह हमारी, समाजवादियों और लालू यादव की जीत है। इससे पहले बिहार के सभी दलों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी, लेकिन उन्होंने हमारी मांग को अस्वीकार कर दिया था। कई मंत्रियों ने इसे अस्वीकार कर दिया, लेकिन यह हमारी ताकत है कि उन्हें हमारे एजेंडे पर काम करना है।
तेजस्वी ने आगे कहा कि अब हमारी अगली लड़ाई ये होगी कि देश में जाति गणना होने के बाद, जो नतीजे आएंगे, उसके बाद पूरे देश के विधानसभा चुनाव में हमारी मांग रहेगी कि पिछड़ों और अतिपिछड़ों के लिए सीटें रिजर्व करनी पड़ेगी। क्योंकि हमारी जितनी आबादी है, उस हिसाब से भागीदारी होनी चाहिए।
#WATCH | Patna | "It was our 30-year-old demand. It's a victory for us - the Socialists and Lalu Yadav... Earlier, all the parties from Bihar met the PM, but he denied our demand. Many of the ministers denied this, but this is the strength of ours that they have to work on our… pic.twitter.com/s3RYQ5SlWn
— ANI (@ANI) April 30, 2025
65 प्रतिशत आरक्षण को लेकर भी तेजस्वी ने दिया जवाब
तेजस्वी ने कहा कि जब हमने बिहार में जातिगत सर्वेक्षण के निष्कर्षों के आधार पर आरक्षण को बढ़ाकर 65% किया था, तब भी हमने केंद्र सरकार से मांग की थी कि इस प्रावधान को अनुसूची 9 में शामिल किया जाए, लेकिन अब तक सरकार ने ऐसा नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना परिसीमन से पहले होनी चाहिए और जिस तरह दलितों, एससी, एसटी और आदिवासियों के लिए संसद और राज्य विधानसभाओं में आरक्षित सीटें हैं, उसी तरह ओबीसी और अति पिछड़े वर्गों के लिए भी आरक्षित सीटें होनी चाहिए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।