Bihar Politics: 'प्रचंड बहुमत के बाद भी एनडीए के नेताओं को तेजस्वी फोबिया', राजद का तीखा निशाना
राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि एनडीए नेताओं को 'तेजस्वी फोबिया' हो गया है, जो निराशा का प्रतीक है। बिहार में प्रचंड बहुमत के बाद भी ए ...और पढ़ें

'प्रचंड बहुमत के बाद भी एनडीए के नेताओं को तेजस्वी फोबिया', राजद का तीखा निशाना
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन का कहना है कि एनडीए के नेताओं को तेजस्वी फोबिया हो गया है। फोबिया तो वस्तुत: निराशा का प्रतीक है और राजनीति में यह चुनावी हार के बाद मन-मस्तिष्क को सताता है, लेकिन बिहार में प्रचंड बहुमत के बाद भी एनडीए के नेता तेजस्वी यादव को लेकर ऐसे बेहाल हैं कि जैसे जीत के बाद भी कोई सदमा हो।
उन्होंने आगे कहा, वस्तुत: स्वाभाविक जीत और गैर-स्वाभाविक जीत में यही बड़ा अंतर है, अन्यथा एक बड़े जनादेश के बाद विपक्ष पर अनर्गल टिका-टिप्पणी की आवश्यकता ही नहीं बचती। जनादेश तो जन-आकांक्षाओं पर खरा उतरने की प्रेरणा देता है, लेकिन एनडीए के नेता तेजस्वी के विरुद्ध अनर्गल बयानबाजी और दूसरे दलों के विधायकों के संपर्क में होने का दावा करते हुए इतरा रहे।
राजद ने बताया गुरुजी को भारतीय संस्कृति व मानवीय मूल्यों को प्रश्रय देने वाला
दूसरी ओर, जयंती पर बुधवार को सदाशिव शाने गुरुजी को राजद ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल के नेतृत्व में आयोजित समारोह में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में गुरुजी के तैलचित्र पर माल्यार्पण और पुष्पार्पण किया गया।
राष्ट्र-निर्माण में उनके योगदान का स्मरण करते हुए बताया गया कि वे स्वतंत्रता सेनानी के साथ समाज सुधारक, शिक्षक और महान लेखक थे।
मंडल ने बताया कि गुरुजी अपने सरल जीवन, नि:स्वार्थ सेवा और साहित्य के माध्यम से भारतीय संस्कृति और मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने समाज में प्रेम, समरसता और छूआछूत के विरुद्ध संघर्ष को आगे बढ़ाया। वर्ष 1930 में शिक्षक की नौकरी से त्यागपत्र देकर महात्मा गांधी के साथ असहयोग आंदोलन में भाग लिया। संजय ठाकुर, शक्ति सिंह यादव, एजाज अहमद, भाई अरुण कुमार, गणेश कुमार यादव आदि ने श्रद्धांजलि दी।

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