'महुआ सीट से निर्दलीय लड़ूंगा विधानसभा चुनाव', तेज प्रताप यादव का बड़ा एलान; टोपी का कलर भी बदला
Tej Pratap Yadav बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सभी पार्टियां तैयारियों में लगी हैं। पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि टीम तेज प्रताप यादव को जनता तक पहुंचने का मंच बताया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां खुद को मजबूत करने में जुट गई हैं। इस बार के चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
परिवार और पार्टी से निष्कासित विधायक तेजप्रताप यादव ने एक बार फिर महुआ विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है।
शनिवार को अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत में तेज प्रताप ने कहा कि टीम तेज प्रताप के बैनर तले मैं महुआ से निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा। 31 जुलाई को महुआ में मेरा कार्यक्रम है। अभी नई पार्टी बनाने का एजेंडा नहीं है, लेकिन यह तय है कि मेरी इस घोषणा से लोगों को खुजली होने लगेगी।
वहीं, नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनाए जाने के सवाल पर कहा कि इस बार चाचा (नीतीश कुमार) मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे।
#WATCH | Patna, Bihar: Former state minister Tej Pratap Yadav says, "Team Tej Pratap Yadav is a platform to reach the people... This time, Uncle (Nitish Kumar) will not become the Chief Minister. Whoever's government is formed, if they talk about youth, employment, education, and… pic.twitter.com/gpb8cJK2e9
— ANI (@ANI) July 26, 2025
उन्होंने कहा कि जिसकी भी सरकार बने, अगर वो युवा, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य की बात करेगा तो तेज प्रताप यादव पूरी ताकत से उनके साथ खड़े रहेंगे।
हमारे साथ जुड़ सकते हैं तेजस्वी
एक प्रश्न में उत्तर में उन्होंने यह भी कहा कि अगर तेजस्वी यादव का भी मन हो तो वे हमारे साथ जुड़ सकते हैं। भोजपुर के मदन यादव को अपनी टीम में सम्मिलित करते हुए उन्हें शाहपुर से चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि ये हमसे पहले एक और जगह गए थे। उनको गेट पर चार-पांच घंटे नीचे ही बैठना पड़ा। मेरे पास प्रत्याशियों की कमी नहीं है। लोग आ रहे हैं। समय आने पर बाकी विधानसभा क्षेत्र पर भी निर्णय लूंगा।
इस घोषणा के समय अपने समर्थकों के साथ तेजप्रताप सिर पर पीले रंग की टोपी पहने हुए थे। पिछले दिनों महुआ विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान उन्होंने अपने वाहन से राजद का झंडा उतार पीले-हरे रंग की पट्टीदार झंडा लगा लिया था।
आखिर किसने पहनाई ये टोपी?
बिहार की राजनीति में पीला रंग अभी जन सुराज पार्टी का प्रतीक-रंग बना हुआ है। ऐसे में तेज प्रताप की टोपी को लेकर राजनीतिक निहितार्थ की उधेड़बुन चल रही कि उन्हें यह टोपी आखिरकार पहनाई किसने है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में तेज प्रताप पहली बार वैशाली जिला में महुआ से विधायक चुने गए थे। 2020 में क्षेत्र बदलकर वे समस्तीपुर जिला के हसनपुर चले गए। अब हसनपुर से उनका मन उचट गया है और महुआ पर लगी उनकी नजर वहां के राजद विधायक मुकेश कुमार रौशन की धुकधुकी बढ़ाए हुए है।
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