'गरीबों के आंसू और बद्दुआ से...', सम्राट चौधरी के बुलडोजर एक्शन पर भड़के तेज प्रताप; CM नीतीश से कर दी ये मांग
Tej Pratap Yadav: तेज प्रताप यादव ने बिहार सरकार के बुलडोजर एक्शन पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार गरीबों के घर उजाड़ रही है और ठंड में लोगों को बेघर कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि गरीबों के आंसुओं का हिसाब जनता जरूर लेगी।
-1764315377409.webp)
बुलडोजर एक्शन से तेज प्रताप नाराज। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, पटना। Tej Pratap Yadav: जनशक्ति जनता दल (JJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर नीतीश सरकार से नाराजगी व्यक्त की है। बिहार में हो रहे बुलडोजर एक्शन से तेज प्रताप गुस्साए हुए हैं।
दरअसल, समस्तीपुर समेत बिहार के करीब दर्जन भर शहरों में अवैध कब्जा हटाने का काम चल रहा है। ऐसे में तेज प्रताप यादव ने अपनी भड़ास सोशल मीडिया के माध्यम से निकाली।
तेज प्रताप यादव ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, ‘नीतीश सरकार में नये गृह मंत्री अपने पद को लेकर कुछ ज्यादा ही हतोत्साहित हैं। वे ये भी भूल गए हैं कि कल तक जिस जनता जनार्दन का गुणगान गाते थे, आज उन्हीं लोगों के घर परिवार उजाड़ रहे हैं। नालंदा, सीतामढ़ी, पटना, आरा जैसे अनेकों जिलों में पिछले दो दिनों से लगातार बुलडोजर से गरीब, दलित, वंचित समुदाय के लोगों के घर को जबरन तोड़ा जा रहा है।’
तेज प्रताप यादव ने आगे लिखा, 'हम सभी इस बात से भली भांति अवगत हैं कि नवंबर महीने से ही ठंड की शुरुआत हो जाती है। दिसंबर और जनवरी के महीने में तो कड़ाके की ठंड पड़ती है। इस ठंड के मौसम में किसी का घर टूटने का दर्द क्या होता है यह हम सभी समझ सकते हैं। लेकिन नीतीश सरकार के नए गृह मंत्री यह नहीं समझ पा रहे हैं कि इस बुलडोजर प्रक्रिया से यहां की आम जनमानस के छोटे-छोटे बच्चे, महिलाओं और बुजुर्गों पर क्या बीत रही होगी।'
बिहार सरकार से की ये मांग
तेज प्रताप यादव ने आगे अपने पोस्ट में बड़ी चेतावनी देते हुए बिहार सरकार से बड़ी मांग की है। तेज प्रताप ने लिखा, ‘हम नीतीश सरकार से मांग करते हैं कि बिहार में बढ़ती ठंड, गरीबी से लाचार और बेबस लोगों के आशियानों को तोड़ने से तत्काल प्रभाव से रोक लगाया जाए।

साथ ही हम नीतीश सरकार से यह भी मांग करते हैं कि जिनके भी घरों को अब तक तोड़ा गया है उनकी रहने की उचित व्यवस्था सहित आर्थिक सहायता राशि भी प्रदान की जाए। नहीं तो गरीबों के आंखों से निकले आंसू और उनकी बद्दुआ से कोई नहीं बच पाएगा। समय आने पर एक-एक आंसुओं का हिसाब हमारी जनता-जनार्दन जरूर लेने का काम करेगी।’

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।