Bihar Politics: सुशील मोदी राज्यसभा सदस्य निर्वाचित, बिहार भाजपा में बनाया नया रिकॉर्ड
पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी को आज राज्यसभा चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है। विधानसभा लोकसभा और फिर विधान परिषद के बाद अब राज्यसभा सदस्य बने मोदी ने अब बिहार के दो अन्य दिग्गज नेता लालू यादव और नागमणि की बराबरी कर ली ।
पटना, रमण शुक्ला। राज्यसभा चुनाव में भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को सोमवार (सात दिसंबर) को विधिवत निर्वाचित घोषित कर दिया गया है। विधानसभा, लोकसभा और फिर विधान परिषद के बाद अब राज्यसभा सदस्य बने पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी बिहार के ऐसे तीसरे नेता बन गए, जो चारों सदनों के सदस्य रहे हैं। इसके साथ बिहार भाजपा के इतिहास में सुशील मोदी ने चारों सदन का सदस्य बनकर रिकॉर्ड भी कायम कर लिया ।
कहा, बिहार के मुद्दे उठाता रहूंगा
निर्वाचन के बाद सुशील मोदी ने पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही भाजपा और विपक्ष के प्रति आभार व्यक्त किया। खास तौर पर सीएम नीतीश कुमार का आभार जताया। कहा कि मुख्यमंत्री ने नामांकन और आज प्रमाणपत्र हस्तगत करने के दौरान उपस्थित होकर उनका हौसला बढ़ाया है। कहा, नीतीश जी के साथ काफी लंबे समय तक काम किया। बिहार सरकार में जो भी जिम्मेदारी दी गई , पूरी ईमानदारी और निष्ठा से पूरा किया। आगे अब राज्यसभा में जहां बिहार के मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे वहीं केंद्र सरकार और उसके विभिन्न मंत्रालयों में बिहार को अधिक से अधिक मदद दिलाने की कोशिश करेंगे।कहा , बिहार में विधान सभा चुनाव में इस बार जो भी बदलाव हुए हैं, उसमें मेरी भूमिका उस गिलहरी की तरह रही, जो राम सेतु बनाने में योगदान की। इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार के अलावा दोनों डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल खास तौर पर मौजूद रहे।
बिहार भाजपा के पहले नेता
आज तीन बजे सुशील मोदी निर्विरोध राज्यसभा उप चुनाव के विजेता घोषित कर दिए गए हैं। पटना के प्रमंडलीय आयुक्त व राज्यसभा चुनाव अधिकारी संजय अग्रवाल ने पूर्व उप मुख्यमंत्री को प्रमाण पत्र सौंपा।
बता दें कि इससे पहले बिहार भाजपा से कोई भी नेता अभी तक चारों सदन का सदस्य नहीं बने हैं। हां, राजद प्रमुख लालू यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ही चारों सदन के सदस्य जरूर रह चुके हैं। सुशील मोदी बिहार भाजपा के पहले ऐसे नेता होंगे, जिन्हें चारों सदनों का सदस्य होने का सौभाग्य हासिल हो रहा।
लालू और नागमणि ऐसे नेता रहे
बिहार के राजनीतिक जानकारों अनुसार लालू यादव 1977 में लोकसभा गए। वर्ष 1980 में विधानसभा, 1990 में विधान परिषद और 2002 में राज्यसभा गए थे। वहीं, पूर्व मंत्री नागमणि 1977 में विधानसभा सदस्य चुने गए थे। 1995 में राज्यसभा और 1999 में लोकसभा और 2006 में विधान परिषद सदस्य बने थे।
सुशील मोदी का राजनीतिक सफर
सुशील मोदी 1990 में पहली बार पटना सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र के लिए चुने गए थे। फिर 2000 में इसी क्षेत्र जीते अब कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र है। विधायक रहते हुए वर्ष 2004 में भागलपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए। 2005 में बिहार में भाजपा विधान मंडल दल का नेता चुने जाने के बाद लोकसभा सदस्य पद से इस्तीफा दिया और बिहार विधान परिषद बने। दूसरी बार 2012 और तीसरी बार जुलाई 2018 में बिहार विधान परिषद का सदस्य निर्वाचित हुए थे। अभी करीब चार वर्ष का कार्यकाल बचा है।
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