पटना में कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन... आइडीबीआइ बैंक के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल
आइडीबीआइ बैंक के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल पटना में कर्मचारियों ने किया जोरदार प्रदर्शन एआइआइडीबीआइओए पटना अंचल के अध्यक्ष अंशु कुमार सचिव रौशन कुमार सिंह और संयुक्त सचिव ज्ञान प्रकाश ने भी विरोध सभा को संबोधित किया और सरकार से निजीकरण का निर्णय वापस लेने की मांग की।

जागरण संवाददाता, पटना। आइडीबीआइ बैंक के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में सोमवार को देशभर में बैंक कर्मचारियों ने एकजुट होकर हड़ताल की। इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान आल इंडिया आइडीबीआइ आफिसर्स एसोसिएशन (एआइआइडीबीआइओए) ने किया था, इसमें बिहार और झारखंड के सैकड़ों बैंक कर्मचारियों ने भाग लिया। पटना में विरोध प्रदर्शन फ्रेजर रोड स्थित आइडीबीआइ बैंक की शाखा के सामने सुबह साढ़े नौ बजे शुरू हुआ।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार के निजीकरण नीति के खिलाफ नारे लगाए और अपने आक्रोश को जाहिर किया। प्रदर्शन के दौरान आल इंडिया बैंक आफिसर्स एसोसिएशन (एआइबीओए) के अध्यक्ष आलम और महासचिव डा. कुमार अरविंद ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बैंक के निजीकरण से न केवल कर्मचारियों का भविष्य असुरक्षित होगा, बल्कि आम जनता की बैंकिंग सेवाओं पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
एआइआइडीबीआइओए पटना अंचल के अध्यक्ष अंशु कुमार, सचिव रौशन कुमार सिंह और संयुक्त सचिव ज्ञान प्रकाश ने भी विरोध सभा को संबोधित किया और सरकार से निजीकरण का निर्णय वापस लेने की मांग की। इस विरोध प्रदर्शन में ग्रामीण बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव नदीम अख्तर और इंडियन बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव विवेक नारायण ने भी भाग लिया और कर्मचारियों की एकजुटता की सराहना की।
प्रदर्शन में शामिल अन्य प्रमुख सदस्यों में सौरभ सुमन, राहुल वर्मा, सत्या रानी, निशांत कुमार, अवधेश कुमार, संजीव कुमार, जय शंकर सिंह और ज्ञान वर्धन शामिल थे। सभी ने सरकार से मांग की कि आइडीबीआइ बैंक के निजीकरण का प्रस्ताव अविलंब रद्द किया जाए और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
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