बिहार में जगेगी खेल प्रतिभा, ‘एक बिहार एक लक्ष्य’ पहल की शुरुआत, खेलों को मिलेगा अंतर्राष्ट्रीय स्तर का प्लेटफॉर्म
बिहार में खेल को बढ़ावा देने के लिए स्टेयर्स फाउंडेशन ने एक बिहार एक लक्ष्य (EBEL) की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गाँव-गाँव में खेल संस्कृति को मजबूत करना है। सांसद शांभवी चौधरी और विधायक श्रेयसी सिंह ने इसे ऐतिहासिक पहल बताया जिससे बिहार के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना सकेंगे।

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में खेलों को नई ऊँचाई देने के लिए स्टेयर्स फाउंडेशन (STAIRS Foundation) ने पटना में एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की है – *एक बिहार एक लक्ष्य (EBEL)*। यह कार्यक्रम बिहार के गाँव-गाँव में खेल संस्कृति को मजबूत करने और खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
पटना के चाणक्य होटल में 29 सितंबर 2025 को EBEL का आगाज हुआ। इस मौके पर अल्फा स्पोर्ट्स अकादमी के निदेशक सुमित प्रकाश को बिहार के नवगठित युथ एंड स्पोर्ट्स डेवलपमेंट बोर्ड का प्रमुख नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति राज्य में खेलों के लिए पेशेवर, समावेशी और प्रदर्शन-आधारित पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
समस्तीपुर की सांसद शांभवी चौधरी और जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह ने इस पहल को बिहार की खेल प्रतिभाओं के लिए ऐतिहासिक बताया। स्टेयर्स फाउंडेशन के अध्यक्ष सिद्धार्थ उपाध्याय, मुख्य सलाहकार (खेल उत्कृष्टता) शिव शर्मा (पूर्व उपमहानिदेशक, भारतीय खेल प्राधिकरण) भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
सुमित प्रकाश ने कहा, बिहार में अपार खेल प्रतिभा है जो सही अवसर और संरचना की प्रतीक्षा कर रही है। स्टेयर्स के राष्ट्रीय अनुभव और बिहार स्पोर्ट्स बोर्ड की सामूहिक शक्ति से हम यह सुनिश्चित करेंगे कि गाँव का हर बच्चा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच तक पहुंच सके।” स्टेयर्स फाउंडेशन के अध्यक्ष सिद्धार्थ उपाध्याय ने कहा कि “एक बिहार एक लक्ष्य (EBEL) के माध्यम से हम हर लड़के और लड़की तक खेल का अवसर पहुंचाएंगे और बिहार को राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर प्रमुख स्थान दिलाएंगे।
मुख्य अतिथि शांभवी चौधरी ने कहा कि यह पहल माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की जमीनी खेलों को प्रोत्साहन देने की दृष्टि के अनुरूप है और इससे 2036 ओलंपिक की तैयारी का मजबूत आधार बनेगा। विशिष्ट अतिथि श्रेयसी सिंह ने कहा कि “खेलों में हो रहे इस बड़े बदलाव से बिहार के खिलाड़ी अब बड़े सपने देख सकेंगे और उन्हें साकार करने का स्पष्ट मार्ग मिलेगा।” शिव शर्मा ने इसे राज्य और केंद्र के बीच खेल विकास का सेतु करार दिया।
EBEL के तहत बिहार के प्रत्येक गांव में युवा क्लब स्थापित किए जाएंगे और 15 खेलों के लिए उच्च-प्रदर्शन केंद्र (High Performance Centers) बनाए जाएंगे। नवंबर माह (या विधानसभा चुनावों के बाद) राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा, जिनमें चयनित खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर One India One Goal बैनर के तहत हिस्सा लेंगे। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) से भी जुड़ा होगा – स्वास्थ्य, लैंगिक समानता और युवा सशक्तिकरण पर फोकस होगा।
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