पिछले बीस सालों में बदली बिहार की सूरत, राज्य में 1 लाख 10 हजार किमी पक्की सड़कें बनीं; पढ़िए पहले क्या था हाल?
ग्रामीण कार्य विभाग ने पुल निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया। मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि 2005 से अब तक 1 लाख 10 हजार किलोमीटर से अधिक ग्रामीण सड़कें बनाई गई हैं। सड़कों से किसानों को बाजार तक पहुंचने में आसानी हुई है जिससे बिहार की उपज अब विदेशों में भी जा रही है।

राज्य ब्यूरो, पटना। पुल निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ग्रामीण कार्य विभाग ने सोमवार को ज्ञान भवन में सहायक अभियंता, कार्यपालक अभियंता, अधीक्षण अभियंता और मुख्य अभियंता के लिए कार्यशाला का आयोजन किया।
उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में वर्ष 2005 से अब तक 1 लाख 10 हजार किलोमीटर से अधिक ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया है, जो अपने आप में एक मिसाल है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में जहां आठ हजार किलोमीटर सड़कें थीं, वहीं अब यह लंबाई बढ़कर 1 लाख 18 हजार किलोमीटर से अधिक हो गई है। उन्होंने ग्रामीण सड़कों और पुलों के महत्व पर बल देते हुए कहा कि ये किसी भी राज्य की रक्त धमनियों की तरह काम करती हैं, जिससे राज्य की आर्थिक प्रगति में निरंतर सुधार होता है।
ग्रामीण सड़कों के निरंतर निर्माण से किसानों के लिए राज्य के बाजार तक पहुंचना आसान हो गया है, जिससे बिहार के किसानों की उपज अब देश-विदेश में भेजी जा रही है। कार्यक्रम में मुख्य अभियंता भागवत राम ने क्षेत्रीय और मुख्यालय स्थित सभी अभियंताओं को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
उन्होंने पुल निर्माण से संबंधित तकनीकी एवं समयबद्ध क्रियान्वयन पर जोर दिया। विभिन्न तकनीकी विशेषज्ञों ने पुल निर्माण विषय पर पाइल फाउंडेशन एवं वेल फाउंडेशन जैसी तकनीकों पर विस्तार से चर्चा की।
अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने गुणवत्तापूर्ण पुल निर्माण के लिए आवश्यक दिशा-निर्देशों की ओर सहायक अभियंताओं से लेकर मुख्य अभियंताओं का ध्यान आकृष्ट कराया।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि संबंधित अभियंता समय पर कार्यों का निष्पादन नहीं करते हैं तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कार्यशाला में विशेष सचिव उज्ज्वल कुमार सिंह, मुख्य अभियंता निर्मल कुमार, विशेष सचिव मनोज कुमार एवं संयुक्त सचिव संजय कुमार के अलावा विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
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