रोशनी से नकारात्मकता भागने की तैयारी, दीयों पर बनी आकृति देगी कोरोना से बचने का संदेश
पटनावासी आज रात नौ बजे नौ बजे दीया मोमबत्ती और मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाने के लिए आतुर हैं। इसके लिए पहले से ही राजधानीवासियों ने तैयारी कर ली है।
पटना, जेएनएन। आज रात नौ बजे दीया, मोमबत्ती या मोबाइल की लाइट जलाने की प्रधानमंत्री की अपील का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। शनिवार के बाद रविवार को भी पटनाइट्स बाजार में दीया और मोमबत्ती की तलाश करते नजर आए। राजधानीवासी इस मौके को यादगार बनाने में जुट गए हैं।
अलग और अनोखा दीया बनाने की कोशिश
बोरिंग रोड की रहने वाली पीहू अपनी मां के साथ तैयारी में लगी हुई हैं। वह अपने दीये को सबसे अलग और अनोखा बनाने के लिए उसपर कलाकृति बनाई हैं। वह दीये पर बनी पेंटिंग के जरिए कोरोना से बचने के उपाय बता रही हैं। उनका मानना है कि पेंटिंग सकारात्मक संदेश देने का सबसे बेहतर माध्यम है। वहीं कंकड़बाग की महिमा दीये के साथ ही चार्ट पेपर पर भी कलाकृति बनाकर कोरोना से बचने का संदेश दे रही हैं। इंद्रपुरी की आयुषी और अस्मित तो शनिवार की रात को पापा के साथ बाजार जाकर मोमबत्ती ले आए हैं। दोनों ने दीया और मोमबत्ती के साथ मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाने की तैयारी कर ली है।
देश के लिए पीएम का संदेश है सराहनीय
रोटरी क्लब की अध्यक्ष नीना कहती हैं कि घरों में प्रकाश लाने की बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत ही अच्छा सराहनीय कदम है। लोग अपने घर की छत पर जाकर पड़ोसियों से मिलेंगे और बात करेंगे तो उन्हें अच्छा लगेगा। इससे सकारात्मकता बढ़ेगी और मुश्किलों से लड़ने का हौसला मिलेगा। हमने आयोजन को सफल बनाने की तैयारी कर ली है। नौ मिनट के लिए पूरे शहर को प्रकाशवान कर लेना है।
एकता की नई मिसाल पेश करने का है ये समय
नीलम चौधरी कहती हैं कि लॉकडाउन में बंद रहने से नकारात्मकता बढ़ रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर अमल से यह स्थिति बदलेगी। इस तरह के कार्य से लोगों को बहुत नई ऊर्जा मिलेगी और भारत अपनी एकता का एक नया उदाहरण पेश करेगा। हम सबको एक बेहतर संदेश देना है।