28+10+10... PK ने समझा दिया बिहार चुनाव का पूरा गणित, बोले- जसुपा से दोनों गठबंधनों को नुकसान
जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर ने दावा किया कि उनकी पार्टी चुनाव जीतेगी क्योंकि 28% वोट अभी भी बचे हैं। उन्होंने एनडीए और महागठबंधन के 72% वोट पर टिप्पणी की। किशोर ने कहा कि उन्हें वोटकटवा कहा जाना उनके लिए एक पदक के समान है। उन्होंने बिहार में बदलाव लाने और पटना मेट्रो के उद्घाटन को नीतीश कुमार का अंतिम कार्यक्रम बताया।

राज्य ब्यूरो, पटना। जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) का दावा अपनी पार्टी की जीत का है। सोमवार को प्रेस-वार्ता कर उन्होंने कहा कि एनडीए और गठबंधन को मिलाकर 72 प्रतिशत वोट पड़े। जो 28 प्रतिशत लोग बच गए, वे इस बार जसुपा को वोट करेंगे।
विभिन्न सर्वे में भी बताया जा रहा कि जसुपा से दोनों गठबंधनों का भी कुछ नुकसान होगा। मान लें कि दोनों गठबंधनों को 10-10 प्रतिशत वोट का नुकसान हुआ, जो जसुपा में जुड़ा तो हमारा वोट 48 प्रतिशत हो जाएगा।
पीके ने कहा, हमें वोटकटवा पार्टी भी बताया गया है, लेकिन इसे हम अपने लिए मेडल मानते हैं। हम लोग दोनों गठबंधनों का इतना वोट काटेंगे कि वे साफ हो जाएंगे।
दो चरणों में चुनाव की घोषणा का प्रशांत किशोर ने स्वागत किया है। कहा कि आज बिहार के लोगों की बंधुआ मजदूरी के समापन की घोषणा हुई है। बिहार के लोग इस बार मोदी-नीतीश, लालू के लिए नहीं, बल्कि अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए वोट करेंगे।
उन्होंने कहा कि हम वह व्यवस्था बनाने के लिए आए हैं कि बिहार में यूपी-महाराष्ट्र के लोग भी पढ़ने और काम करने के लिए आएं। दरअसल, नरेन्द्र मोदी की अधिक-से-अधिक जनसभा के लिए पहले कई चरणों में चुनाव हुआ करते थे। अब भाजपा ने भी मान लिया है कि मोदी की सभा से कुछ नहीं होगा, इसलिए जल्दी चुनाव करा लिया जाए। पटना मेट्रो का उद्घाटन नीतीश कुमार का अंतिम उद्घाटन सिद्ध होगा।
चुनाव आयोग सुनिश्चित करे दलित, वंचितों का वोट कोई रोक न पाए : डॉ. अखिलेश
दूसरी ओर, राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने चुनाव की तारीखों के एलान का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि पूजा और पर्व को ध्यान में रखते हुए तारीखें घोषित की गई हैं जो स्वागत योग्य हैं।
डॉ. अखिलेश ने कहा कि अब चुनाव आयोग से अपेक्षा है कि वह यह सुनिश्चित करे कि स्वच्छ और निष्पक्ष चुनाव हो। प्रदेश के दलित-पिछड़े और वंचितों का वोट देने से कोई वंचित न कर सके। उन्होंने कहा यह चुनाव बदलाव का चुनाव है और बिहार की जनता बदलाव पर अपनी मुहर लगाएगी।
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