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    प्रशांत किशोर को मिलेगी बड़ी राजनीतिक कामयाबी, पीके का हाथ थामेंगे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह

    Updated: Sat, 17 May 2025 08:54 PM (IST)

    पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह जन सुराज पार्टी का झंडा उठा लेंगे। उनकी पार्टी आप सबकी आवाज (आसा) का जसुपा में विलय भी हो जाएगा। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से अलग होने के बाद लगभग सात माह पहले आरसीपी ने आसा का गठन किया था। अब वे अपनी पार्टी का विलय करने जा रहे हैं।

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    पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह और प्रशांत किशोर। जागरण आर्काइव।

    राज्य ब्यूरो, पटना। प्रशांत किशोर (पीके) की उपस्थिति में रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह रविवार को जन सुराज पार्टी (जसुपा) का झंडा उठा लेंगे। इसी के साथ उनकी पार्टी आप सबकी आवाज (आसा) का जसुपा में विलय भी हो जाएगा।

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    सात माह पहले किया था आरसीपी ने आसा का गठन 

    जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से अलग होने के बाद लगभग सात माह पहले आरसीपी ने आसा का गठन किया था। तब उन्होंने औरों से अलग व बूथ स्तर तक मजबूत संगठन का दावा करते हुए कहा था कि अभी ही उनके पास 140 सीटों पर मजबूत प्रत्याशी हैं। वे दावे अब राजनीतिक इतिहास हो जाएंगे।

    भारतीय प्रशासनिक सेवा के रहे अधिकारी

    भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे आरसीपी को राजनीतिक पहचान नीतीश कुमार की बदौलत मिली, लेकिन समय के साथ मतभेद ऐसा बढ़ा कि उन्हें जदयू से बाहर होना पड़ा। आरसीपी सिंह पूर्व राज्यसभा सांसद तथा राज्यसभा में जनता दल (यूनाइटेड) के संसदीय दल के नेता थे। 

    जदयू में रहते आरएसएस की तरह संगठन मजबूत करने की बात

    बता दें कि बीते दिनों जदयू की राजनीतिक सलाहकार समिति की बैठक में आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की भी चर्चा हुई थी। दरअसल, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर रहते आरसीपी सिंह ने भी आरएसएस की तर्ज पर संगठन को मजबूत बनाने की चर्चा की थी। 2021 में उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए एक लाख 11 हजार 111 रुपया चंदा भी दिया था। आरसीपी जदयू से हटे। भाजपा में गए। अब उन्होंने अपनी नई पार्टी बना ली है।

    अतरराष्ट्रीय संबंधों में हासिल की मास्टर

    आरसीपी सिंह ने 1979 में पटना कॉलेज से इतिहास में कला स्नातक (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की और 1982 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से अतरराष्ट्रीय संबंधों में मास्टर डिग्री हासिल की।

    पीके से जुड़े थे तीन बार के विधायक जीएस रामचंद्र

    दो दिन पहले जन सुराज पार्टी के विचारों से प्रभावित होकर पूर्व मंत्री और तीन बार विधायक रह चुके जीएस रामचंद्र दास जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। जीएस रामचंद्र दास दो बार बाराचट्टी और एक बार बोधगया विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

    व्यवस्था परिवर्तन से थे प्रसन्न

    मूल रूप से गया जिले के रहने वाले हैं। उनके साथ उनके कई समर्थक भी जन सुराज के विचार से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए। इस अवसर पर पूर्व मंत्री ने कहा कि वे प्रशांत किशोर के बिहार में व्यवस्था परिवर्तन के विचारों से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल हुए हैं और अब वे अपने पूरे राजनीतिक अनुभव के साथ बिहार में पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे।

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