Updated: Thu, 16 Jan 2025 06:00 AM (IST)
प्रशांत किशोर आज अपना अनशन खत्म करेंगे। बीपीएससी अभ्यर्थियों के आग्रह पर यह फैसला लिया गया है। आंदोलन जारी रहेगा और उसके नए स्वरूप की घोषणा अनशन समाप्त करते समय होगी। शिक्षा-परीक्षा और रोजी-रोजगार के पांच सूत्री मुद्दे पर दो जनवरी से अनशन कर रहे प्रशांत किशोर जसुपा के सूत्रधार हैं। पीके के इस आंदोलन की जड़ में बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) है।
राज्य ब्यूरो, पटना। गुरुवार को अपराह्न में प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) अपना अनशन समाप्त कर देंगे। जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) का कहना है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों (BPSC) के आग्रह पर इसका निर्णय लिया गया है। आंदोलन जारी रहेगा और उसके नए स्वरूप की घोषणा अनशन समाप्त करते समय होगी।
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शिक्षा-परीक्षा और रोजी-रोजगार के पांच सूत्री मुद्दे पर दो जनवरी से अनशन कर रहे प्रशांत किशोर जसुपा के सूत्रधार हैं। पीके के इस आंदोलन की जड़ में बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) है। उसमें अनियमितता व धांधली का आरोप लगाते हुए बीपीएससी अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे थे।
30 दिसंबर को किया था छात्र संसद का आयोजन
उन अभ्यर्थियों के साथ पीके ने 30 दिसंबर को गांधी मैदान में बापू की प्रतिमा के समक्ष छात्र संसद का आयोजन किया था। उसी दिन उनका जत्था मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच कर रहा था, जिसे जेपी गोलंबर पर पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया।
बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुआ लाठीचार्ज
पीके के निकल जाने के बाद वहां प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी हुई थी। उसी के बाद पीके ने दो जनवरी से अनशन की घोषणा की थी। नियत समय पर वे अनशन पर बैठ गए। छह जनवरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। निजी मुचलके पर न्यायालय ने मुक्त किया।
हाई कोर्ट गई जसुपा
इस बीच बीपीएससी पीटी को रद कराने के लिए जसुपा हाई कोर्ट भी गई और उसके प्रतिनिधिमंडल की राज्यपाल से मुलाकात भी हुई। वैनिटी वैन, अस्पताल में भर्ती होने, गंगा किनारे कैंप लगाने आदि का प्रकरण इसी दौरान का है। इतने हो-हल्ला के बाद अब पीके अनशन तोड़ रहे हैं।
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