BPSC Protest: राहुल और तेजस्वी को आमंत्रण, 51 सदस्यीय सत्याग्रह समिति का गठन; PK ने छात्रों के लिए किए ये एलान
गांधी मैदान में 4 दिन से आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर ने आज छात्र-युवा की मांगों को उचित मंच पर रखने के लिए 51 सदस्यीय युवा सत्याग्रह समिति का ऐलान किया है। विभिन्न छात्र समूहों को मिलकर बनाई गई ये समिति छात्रों के मुद्दों को उठाएगी। इसके साथ ही बिहार की जनता और सभी राजनीतिक दलों से भी छात्रों के हक के लिए उनका साथ देने की अपील की।
जागरण संवाददाता, पटना। बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांगों को आगे बढ़ाने के लिए 51 सदस्यीय सत्याग्रह समिति का गठन किया है। यह समिति बीपीएससी अभ्यर्थी सहित सभी परीक्षाओं और छात्र-युवा की मांगों को उचित मंच पर रखेंगे। इसकी घोषणा रविवार को जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर गांधी मैदान स्थित धरना स्थल पर प्रेसवार्ता में की।
पीके की प्रेसवार्ता
पीके ने कहा कि बिहार में छात्रों की इस लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न छात्र समूहों को मिलकर एक 51 सदस्यीय युवा सत्याग्रह समिति बनाई गई है। अगर प्रशासन उनकी गिरफ्तारी कर भी लेता है, तो भी ये सत्याग्रह जारी रहेगा।
अब यह आंदोलन 51 सदस्यीय युवा सत्याग्रह समिति द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा। यह समिति बिहार की व्यवस्था में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है। अब यह आंदोलन सिर्फ बीपीएससी के खिलाफ ही नहीं है, बल्कि बिहार की पूरी व्यवस्था के खिलाफ है।
रजाई-कंबल से बाहर निकलकर बच्चों का साथ दीजिए
प्रशांत किशोर ने कहा कि 18 दिसंबर से गर्दनीबाग में धरना पर बैठे और उनका साथ दे रहे युवाओं का कमिटमेंट मेरी अपेक्षा से कहीं ज्यादा मजबूत है। इस दौरान उन्होंने बिहार के लोगों से आह्वान किया कि इनका साथ देने के लिए रजाई और कंबल से बाहर निकलिए।
यह लड़ाई सिर्फ बीपीएससी अभ्यर्थी की नहीं, यह बिहार की व्यवस्था को सुधारने की है। युवाओं का इस संघर्ष में साथ देना आवश्यक है। हम सिर्फ गांधी मैदान में बैठकर नहीं, बल्कि सत्याग्रह के मार्ग पर चलकर बिहार के भविष्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस आंदोलन को सभी अपना समर्थन दें।
पोस्ट से नहीं, यहां आकर राहुल व तेजस्वी करें नेतृत्व
- प्रशांत किशोर ने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव एक्स और विभिन्न प्लेटफार्म पर पोस्ट ही नहीं करें। यहां आकर बिहार के युवाओं की लड़ाई का नेतृत्व करें।
- अगर वो आकर करते हैं तो मैं उनके पीछे खड़ा हो जाऊंगा। यह आंदोलन किसी एक व्यक्ति का नहीं है, बल्कि यह बिहार की खराब व्यवस्था के खिलाफ है।
- मैं तमाम राजनीतिक पार्टी से ये अपील करता हूं कि चाहे वो तेजस्वी यादव हों, राहुल गांधी हों, भाजपा के नेता हों, वाम दलों के नेता हों या कोई और नेता, वे हमारे साथ आएं।
- मैं उनके पीछे बैठकर इस आंदोलन का समर्थन करूंगा। अगर युवा तय कर लें कि वे नेता इसका नेतृत्व करेंगे, तो मैं पीछे हटने के लिए तैयार हूं।
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