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    बिहार सरकार का तोहफा, 15 अगस्त को शुरू होगा विश्वस्तरीय अस्पताल; 272 बेड की मिलेगी सुविधा

    By Nalini Ranjan Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Wed, 30 Jul 2025 10:49 AM (IST)

    पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में 15 अगस्त से विश्वस्तरीय इमरजेंसी वार्ड शुरू होगा। मेडिसिन विभाग में 100 बेड का इमरजेंसी और 272 बेड का जनरल वार्ड पहले शुरू किया जाएगा। इसके बाद अन्य विभागों में भी इमरजेंसी सेवाएं शुरू होंगी। मरीजों की सुरक्षा के लिए आधुनिक उपकरण लगाए जा रहे हैं। पीएमसीएच को विश्वस्तरीय बनाने का काम तीन चरणों में चल रहा है।

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    पीएमसीएच में 15 अगस्त से विश्वस्तरीय इमरजेंसी वार्ड शुरू होगा। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पटना। पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) के नए इमरजेंसी वार्ड की विश्वस्तरीय सुविधाएं स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त से मिलने लगेंगी। पीएमसीएच प्रशासन की ओर से इसकी तैयारी तेजी से चल रही है। बीएमएससीआइएल को सात अगस्त तक ऑक्सीजन पाइपलाइन से लेकर आवश्यक संसाधन तैयार कर अस्पताल प्रशासन को सौंपना है।

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    इसके तहत सबसे पहले मेडिसिन विभाग का 100 बेड का इमरजेंसी वार्ड शुरू किया जाएगा। साथ ही मेडिसिन विभाग का 272 बेड का जनरल वार्ड भी उपलब्ध होगा। इससे यहां भर्ती मरीजों को एक ही जगह इमरजेंसी और वार्ड की सुविधा मिलने लगेगी।

    इसके बाद शिशु रोग विभाग और स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के इमरजेंसी और इनडोर वार्ड शुरू कर दिए जाएंगे। इससे अभी भर्ती मरीजों को राहत मिलेगी। फिलहाल यह वार्ड अस्पताल के गुजरी वार्ड, हथुआ और एलएस वार्ड में चल रहा है।

    इसे शिफ्ट करने की तैयारी लगभग अंतिम चरण में है। 7 अगस्त को निर्माण कंपनी द्वारा मेडिसिन इमरजेंसी वार्ड को सौंप दिया जाएगा। इसके बाद, नई सुविधाओं के साथ मरीजों को भर्ती किया जाएगा और इलाज शुरू हो जाएगा।

    अधीक्षक डॉ. आईएस ठाकुर ने बताया कि मेडिसिन इमरजेंसी को स्थानांतरित करने के बाद, दूसरे चरण में शिशु एवं प्रसूति रोग विभाग, नेत्र विभाग और ईएनटी विभाग की इमरजेंसी को स्थानांतरित किया जाएगा।

    वर्तमान में शिशु एवं प्रसूति रोग विभाग टाटा वार्ड में चल रहा है, इसे खाली कराकर ध्वस्त किया जाएगा। नए अस्पताल के शिशु एवं प्रसूति वार्ड में पीकू और नीकू वार्ड में 58 बेड हैं और इनडोर व इमरजेंसी में कुल 90 बेड बनाए गए हैं।

    वहीं, तीसरे चरण में स्त्री रोग, नेत्र और ईएनटी विभाग में कुल 200 बेड की इनडोर और इमरजेंसी है। इसे सितंबर माह तक शुरू कर दिया जाएगा।

    27 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटरों में 27 वर्क स्टेशन और 15 वॉयल सेपरेटर

    नए भवन में मरीजों की सुरक्षा और एनेस्थीसिया डॉक्टरों की सहायता के लिए 27 वर्क स्टेशन मशीनें उपलब्ध होंगी। पहले की तुलना में मरीजों का ऑपरेशन आसानी से और कम समय में हो सकेगा। क्योंकि अस्पताल प्रशासन यहाँ 27 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटरों में 27 वर्क स्टेशन और 15 वॉयल सेपरेटर की सुविधा बहाल करने जा रहा है।

    अस्पताल प्रशासन के अनुसार, मरीजों के ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाले इस आधुनिक तकनीक वाले वर्क स्टेशन को ऑपरेशन थिएटर से जोड़ने का काम किया जा रहा है। एक मशीन की लागत लगभग 70 लाख रुपये है। एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टरों के अनुसार, इन अत्याधुनिक उपकरणों से डॉक्टरों को ऑपरेशन में मदद मिलेगी और मरीजों का सटीक इलाज भी हो सकेगा।

    दो टावरों में 1050 बेड तैयार, तीन चरणों में बनेंगे नए भवन

    पीएमसीएच को विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। इसके तहत भवन का निर्माण तीन चरणों में किया जाना है। पहले चरण में दो भवन बनकर तैयार हो चुके हैं। इनमें 1050 बेड बनाए गए हैं। दूसरे चरण का काम सितंबर से शुरू होना है। इसके बाद तीसरे चरण की शुरुआत होगी।

    तीनों चरणों में 5462 बेड की सुविधा होगी। इस पर 5460 करोड़ रुपये खर्च होंगे। तीनों चरणों में कुल 764.3 करोड़ रुपये के मेडिकल उपकरण खरीदे जाएँगे। पहले चरण में 329.9 करोड़ रुपये, दूसरे चरण में 237.4 करोड़ रुपये और तीसरे चरण में 197 करोड़ रुपये के मेडिकल उपकरण लगाए जाएँगे।

    7 तारीख तक हैंडओवर हुआ तो 15 अगस्त से शुरू होगी इमरजेंसी

    पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. आईएस ठाकुर ने बताया कि दो टावरों में इमरजेंसी मरीजों को भर्ती करने की सुविधा चरणबद्ध तरीके से शुरू की जा रही है। इसी क्रम में अगर इमरजेंसी निर्माण एजेंसी 7 अगस्त तक हैंडओवर कर देती है तो 15 अगस्त तक मेडिसिन इमरजेंसी में 100 बेड और 272 बेड की इंडोर सुविधा शुरू हो जाएगी।

    इसके बाद बाल रोग, स्त्री रोग, ईएनटी और नेत्र विभाग की इमरजेंसी और इनडोर में मरीजों को भर्ती किया जाएगा। साथ ही, एनेस्थीसिया के लिए 27 वर्क स्टेशन मशीनें और 15 वाइल सेपरेटर मशीनें भी आ गई हैं। जल्द ही इसे ओटी में भी शुरू किया जाएगा।