Updated: Wed, 01 Oct 2025 06:00 AM (IST)
पटना जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने 14 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अंतिम मतदाता सूची जारी की है जिसमें कुल 48 लाख 15 हजार 294 मतदाता हैं। विशेष गहन पुनरीक्षण में लिंगानुपात में सुधार हुआ है और पहली बार मतदाता बनने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। मतदाता सूची ऑनलाइन और ऑफलाइन उपलब्ध है।
जागरण संवाददाता, पटना। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान के तहत मंगलवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम डा. त्यागराजन एसएम ने जिले की सभी 14 विधानसभा सीटों के लिए अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की।
उन्होंने बताया कि जिले की 14 विधानसभा क्षेत्रों में अब कुल 48 लाख 15 हजार 294 मतदाता हो गए हैं, जो प्रारूप सूची की तुलना में एक लाख 63 हजार 600 अधिक हैं। केंद्रीय निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार, पारदर्शी तरीके से पूरी प्रक्रिया संपन्न की गई है।
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ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यमों में मतदाता सूची उपलब्ध है। कोई भी मतदाता वोटर्स डाट ईसीआइ डाट जीओवी डाट इन या सीईओइलेक्शन डाट बिहार डाट जीओवी डाट इन या मोबाइल एप ईसीआइनेट पर लागिन कर अपना वोटर पहचान पत्र देख सकते हैं।
इसके अलावा बूथ के बीएलओ, निकटस्थ प्रखंड, अनुमंडल या जिला निर्वाचन कार्यालय में भी मतदाता सूची देखी जा सकती है। इसमें फार्म 6 भर नया नाम जुड़वाने वालों को भी शामिल किया गया है।
एसआइआर के पहले पंजीकृत में से 2,31,900 मतदाता हुए कम
डीएम ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के पहले जिले की निर्वाचक सूची में 50 लाख 47 हजार 194 निर्वाचक पंजीकृत थे। इनमें से 92.16 प्रतिशत यानी 46 लाख 51 हजार 694 निर्वाचकों का नाम एक अगस्त को प्रकाशित प्रारूप मतदाता सूची में शामिल था।
तीन लाख 95 हजार 500 मतदाताओं का नाम मृत्यु, स्थायी रूप से स्थानांतरण या पूर्व से कहीं और पंजीकृत होने के कारण हटाया गया था। एक अगस्त से एक सितंबर तक चले दावा-आपत्ति अभियान में इसमें एक लाख 63 हजार 600 नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए।
इसके साथ ही जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 48 लाख 15 हजार 294 हो गई है जो एसआइआर के पूर्व पंजीकृत मतदाताओं की संख्या का 95.40 प्रतिशत है। लिंगानुपात में सुधार, पहली बार मतदाता बनने वाले बढ़े जिलाधिकारी ने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में प्रारूप सूची प्रकाशन के बाद लिंगानुपात में सुधार हुआ है।
प्रारूप सूची में यह 892 था, जो अंतिम निर्वाचक सूची में 895 हो गया है। इसमें और सुधार की आवश्यकता है। प्रारूप निर्वाचक सूची प्रकाशन के बाद 45 दिन में एक लाख 63 हजार 600 निर्वाचकों को जोड़ा गया है।
इससे पुरुष निर्वाचकों की संख्या में 82 हजार 356 व महिला निर्वाचकों की संख्या में 81 हजार 242 की बढ़ोतरी हुई है। इसी प्रकार प्रारूप मतदाता सूची में 18 से 19 वर्ष के 55 हजार 58 निर्वाचक थे, जो अंतिम निर्वाचक सूची में बढ़कर 81 हजार 13 हो गए हैं।
फर्स्ट टाइम वोटर की संख्या बढ़ी
पहली बार मतदाता बनने वालों की संख्या में कुल 25 हजार 955 की वृद्धि हुई है। इसमें 16 हजार 60 पुरुष व नौ हजार 895 महिला मतदाता हैं। मतदाता सूची से असंतुष्ट तो करें अपील डीएम ने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान का एक ही उद्देश्य है कि कोई पात्र छूटे नहीं और अपात्र निर्वाचक जुड़े नहीं।
निर्वाचन आयोग के निर्देशों के आलोक में जिला प्रशासन ने प्रारूप सूची पर प्राप्त दावों-आपत्तियों का निर्धारित अवधि में मिशन मोड में गुणवत्तापूर्ण निष्पादन किया है। सभी राजनीतिक दलों को मतदाता सूची प्रारूप की अंतिम सूची उपलब्ध करा दी गई।
नाम कट गया है तो न हों निराश
कोई इससे असंतुष्ट हो तो वे जिलाधिकारी और उसके बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष अपील कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद भी सतत अद्यतीकरण के तहत कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि से 10 दिन पहले तक मतदाता सूची में नाम शामिल करने के लिए आवेदन किया जा सकता है।
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