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     Patna Sahib Attack: मुख्य सचिव–डीजीपी के निरीक्षण के बाद पंजाब की महिला श्रद्धालु पर हमले के चार आरोपी गिरफ्तार, थानाध्यक्ष लाइन हाजिर

    By ANIL KUMAREdited By: Radha Krishna
    Updated: Tue, 30 Dec 2025 08:18 PM (IST)

    प्रकाश पर्व के दौरान पटना साहिब में पंजाब की महिला श्रद्धालु पर हुए जानलेवा हमले और लूटपाट के मामले में प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की है। मुख्य सचिव औ ...और पढ़ें

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    नाबालिग बदमाशों के पास से बरामद पीड़िता का पर्स, रुपये, मोबाइल व अन्य चाकू

    जागरण संवाददाता, पटना सिटी(पटना)। प्रकाश पर्व के दौरान तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के समीप पंजाब की महिला श्रद्धालु पर हुए जानलेवा हमले और लूटपाट की घटना में प्रशासन ने त्वरित व सख्त कार्रवाई की है। सोमवार देर शाम मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। जांच के दौरान दोनों अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक मानी। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर चौक थानाध्यक्ष, 2019 बैच के दारोगा मंजीत कुमार ठाकुर को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर पुलिस केंद्र भेज दिया गया। साथ ही नगर पुलिस अधीक्षक (मध्य) के ओएसडी इंस्पेक्टर राजकिशोर कुमार को चौक थाना का नया थानाध्यक्ष नियुक्त किया गया।

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    मुख्य सचिव और डीजीपी के सख्त रुख के बाद उसी रात एसटीएफ और चौक थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर इस वारदात में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें एक बालिग और तीन नाबालिग शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट में प्रयुक्त चाकू समेत अन्य हथियार, लूटे गए मोबाइल फोन, पर्स और 1800 रुपये नकद बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों ने महिला श्रद्धालु पर चाकू से हमला करने और लूटपाट की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।

    घटना सोमवार तड़के उस समय हुई, जब पंजाब के गुरदासपुर जिले के चंदरबाग निवासी हरविंदर सिंह की 32 वर्षीय पत्नी उत्तमप्रीत कौर, प्रकाश पर्व की समाप्ति के बाद अरदास के लिए अपनी चाची सरबजीत कौर के साथ बाललीला गुरुद्वारा जा रही थीं। दोनों महिलाएं बारा गली होते हुए दरीबाबाज बहादुर की गली से गुजर रही थीं। इसी दौरान वहां खड़े करीब 20 और 13 वर्ष के दो लड़कों ने उन्हें रोककर गुरुद्वारा में चाय पिलाने की बात कही। महिलाएं डरकर आगे बढ़ने लगीं तो दोनों लड़कों ने पीछा कर छिनतई शुरू कर दी।

    उत्तमप्रीत कौर ने विरोध किया तो एक बदमाश ने उनकी बांह और पीठ पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। दूसरे बदमाश ने चाची सरबजीत कौर से मोबाइल फोन और आठ हजार रुपये छीन लिए। लुटेरे फरार होने से पहले चाची के साथ लात-घूंसे से मारपीट भी करते गए। चाकू लगने के बाद उत्तमप्रीत कौर जोर-जोर से चिल्लाने लगीं। आवाज सुनकर उनका भाई प्रीत सिंह मौके पर पहुंचा और महिला की पीठ में फंसा चाकू बाहर निकाला।

    घायल अवस्था में महिला को पहले बाललीला गुरुद्वारा ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद तड़के करीब पांच बजे गुरुद्वारा की एंबुलेंस से नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने महिला की पीठ में आठ और बांह में छह टांके लगाए। इलाज के दौरान चौक थाना पुलिस अस्पताल पहुंची और दारोगा सोनी कुमारी ने पीड़िता का बयान दर्ज किया। बयान के बाद महिला उसी दिन दोपहर में ट्रक से पंजाब के लिए रवाना हो गई। पुलिस ने उनके भाई का भी बयान लिया है।

    घटना के बाद महिला श्रद्धालु और उनका परिवार गहरे सदमे में है। हालांकि आरोपियों की गिरफ्तारी और लूटे गए सामान की बरामदगी के बाद उत्तमप्रीत कौर ने बिहार सरकार, पुलिस प्रशासन और गुरुद्वारा प्रबंधन का आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि त्वरित कार्रवाई से उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।

    मुख्य सचिव और डीजीपी के घटनास्थल निरीक्षण के दौरान पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम, एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा, पूर्वी एसपी परिचय कुमार के अलावा गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष जगजोत सिंह सोही, महासचिव इंद्रजीत सिंह, उपाध्यक्ष लखविंदर सिंह, हरपाल सिंह जौहर और गुरविंदर सिंह भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने गुरुद्वारा क्षेत्र और आसपास की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।

    प्रशासन का कहना है कि धार्मिक आयोजनों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए न केवल दोषियों को गिरफ्तार किया गया है, बल्कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की गई है। पुलिस अब पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं इसके पीछे कोई संगठित गिरोह तो सक्रिय नहीं है।