Patna News: बेउर जेल में मिले चाकू, चिलम और सिम, एसपी रह गए हैरान; डीएम बोले- अब अधिकारियों के खिलाफ होगा एक्शन
Patna News अति सुरक्षित बेउर सेंट्रल जेल में रविवार की अलसुबह की गई छापेमारी में कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए। डीएम शीर्षत कपिल अशोक तथा एसएसपी राजीव मिश्रा के निर्देश पर एक साथ पटना के सभी कारा और उपकारा में धावा बोला गया। बेउर जेल से चाकू मोबाइल सिम की बरामदगी ने जेल की सुरक्षा पर प्रश्न जरूर खड़ा कर दिया है।

जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: अति सुरक्षित बेउर सेंट्रल जेल में रविवार की अलसुबह की गई छापेमारी में कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए। डीएम शीर्षत कपिल अशोक तथा एसएसपी राजीव मिश्रा के निर्देश पर एक साथ पटना के सभी कारा और उपकारा में धावा बोला गया।
हालांकि, अन्य जेलों से कोई आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं की गई, लेकिन बेउर जेल से चाकू, मोबाइल सिम की बरामदगी ने जेल की सुरक्षा पर प्रश्न जरूर खड़ा कर दिया है। जिलाधिकारी ने बताया कि इस मामले में काराधीक्षक से स्पष्टीकरण किया जाएगा।
आदर्श केंद्रीय कारा बेउर के अलावा उपकारा पटना सिटी, दानापुर, मसौढ़ी एवं बाढ़ में अलग-अलग अधिकारियों की टीम पहुंची। बेउर जेल में सिटी एसपी, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था), फुलवारी एवं सचिवालय डीएसपी के साथ 150 जवानों की टीम अलसुबह घुसी।
एक-एक कर वार्डों की तलाशी ली गई
एक-एक कर वार्डों की तलाशी ली गई। इस दौरान जीयो का एक सिम, दो चाकू, चीलम, लाइटर, स्टील के तार, चुनौटी आदि की बरामदगी हुई। इस जेल में वर्तमान में 3,890 बंदी हैं। सिटी उपकारा में एसडीओ, एसडीपीओ, थानाध्यक्ष के साथ 20 जवानों ने निरीक्षण किया। इस उपकारा में 155 बंदी हैं।
किसी भी आपत्तिजनक सामान की बरामदगी नहीं हुई। वहीं उपकारा दानापुर में सुबह पांच बजे एसडीओ, एसडीपीओ, थानेदार व 20 जवानों की टीम घुसी। यहां एक-एक वार्ड की तलाशी ली गई लेकिन कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला।
बाढ़ जेल में सुबह चार बजे ही दानापुर एसडीओ, 10 दंडाधिकारी के साथ थानेदार और 50 पुलिसकर्मियों की टीम पहुंच गई। हालांकि, जांच में आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। मसौढ़ी जेल के निरीक्षण में भी आपत्तिजनक सामान की बरामदगी शून्य रही।
बिहार के सभी जेलों में एक साथ छापेमारी
बिहार के सभी जिलों में आदर्श कारा, मंडल कारा सहित सभी जेलों में एक साथ स्थानीय प्रशासन द्वारा छापेमारी की गई। रविवार सुबह पांच से आठ बजे तक करीब तीन घंटे तक सघन तलाशी अभियान चलाया गया। सभी वार्डों की जांच की गई। इसके अतिरिक्त जेलों में लगे सीसीटीवी को भी खंगाला गया। गृह के कारा महानिरीक्षक (जेल आइजी) के निर्देश पर एक साथ बड़ी कार्रवाई की गई।
इस छापेमारी को चुनाव आयोग की उच्चस्तरीय टीम के बिहार दौरे को लेकर की गई कार्रवाई माना जा रहा है। इसका उद्देश्य कानून व्यवस्था को बनाए रखना और चुनाव आयोग को बिहार पुलिस की कार्रवाई का फीडबैक देना है।
भोजपुर के आरा स्थित जेल, रोहतास के सासाराम स्थित मंडल कारा, सारण के छपरा कारागार में भी छापेमारी की गयी। हालांकि, इन जेलों कोई भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। इनके अतिरिक्त मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया सहित विभिन्न जिलों के जेलों में भी छापेमारी की गई।
चाय बनाते मिले बिहारशरीफ जेल के तीन बंदी
प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि के निर्देश पर प्रमंडल के सभी छह जिलों में डीएम-एसएसपी ने जेलों का औचक निरीक्षण कराया। बेउर के अलावा मंडल कारा सासाराम में चाकू, कील व अन्य आपत्तिजनक सामान मिले। दोनों जिलों के डीएम ने इस मामले में जेल सुपरिंटेंडेंट से स्पष्टीकरण किया है।
उधर, बिहारशरीफ मंडल कारा में तीन सजायाफ्ता बंदी कार्यालय क्षेत्र के आसपास चाय बनाते मिले। इस मामले में नालंदा के डीएम ने काराधीक्षक से स्पष्टीकरण किया है। आयुक्त ने कहा कि औचक निरीक्षण का उद्देश्य यही था कि जेल के अंदर किसी भी प्रकार की होने वाली आपराधिक घटनाओं के लिए साजिश तथा अन्य किसी अवैध गतिविधियों की जांच की जाए।
सभी डीएम-एसपी को निर्देश दिए गए हैं वे जेल परिसर की सघन निगरानी कराएं ताकि किसी प्रकार की अवैध व आपराधिक साजिश या अन्य प्रकार की गतिविधि जेल परिसर में नहीं होने पाए। आगे भी औचक निरीक्षण और छापेमारी की प्रक्रिया चलती रहेगी।

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