New Year Trip 2026: न्यू ईयर पर पटना के पास घूमने का है प्लान? पहाड़, इतिहास और संस्कृति-सुकून से भर देगी ये ट्रिप
यह लेख नए साल 2026 पर पटना के पास घूमने के लिए बेहतरीन जगहों का सुझाव देता है। इसमें राजगीर के पहाड़, वैशाली का इतिहास, बोधगया की शांति, कैमूर के झरने ...और पढ़ें

बिहार में घूमिए ये जगह
राधा कृष्ण, पटना। नया साल… नई शुरुआत, नई यादें और रोज़मर्रा की भागदौड़ से कुछ दिन का सुकून। जैसे ही कैलेंडर का आखिरी पन्ना पलटने को होता है, लोगों के मन में घूमने-फिरने और परिवार या दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने की चाह जाग उठती है। अगर आप भी न्यू ईयर पर कहीं बाहर जाने का प्लान बना रहे हैं और लंबी यात्रा या भारी खर्च से बचना चाहते हैं, तो पटना और उसके आसपास की ये जगहें आपके लिए परफेक्ट हैं। यहां नेचर है, इतिहास है, आध्यात्म है और वह सुकून भी जिसकी तलाश हर ट्रैवलर को रहती है।
राजगीर ग्लास ब्रिज।
राजगीर: पहाड़ों की गोद में शांति और रोमांच का संगम
पटना से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित राजगीर बिहार का ऐसा पर्यटन स्थल है, जहां हर उम्र के लोगों के लिए कुछ न कुछ खास है। धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक सुंदरता का अनोखा मेल राजगीर को न्यू ईयर ट्रिप के लिए शानदार बनाता है।
यहां विश्व शांति स्तूप की ऊंचाई से पूरे इलाके का नजारा मन मोह लेता है। रोपवे से पहाड़ की चोटी तक पहुंचना अपने आप में रोमांचक अनुभव है। वेणुवन और गर्म कुंड में समय बिताकर मन को गहरी शांति मिलती है।
हाल के वर्षों में राजगीर जू सफारी और ग्लास ब्रिज ने युवाओं और परिवारों के बीच खास लोकप्रियता हासिल की है। नए साल के मौके पर पहाड़ों से घिरी हरियाली, ठंडी हवा और शांत माहौल एक अलग ही एहसास देता है।
चाहें तो राजगीर के साथ नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर और पावापुरी भी घूम सकते हैं। यह ट्रिप ज्ञान, प्रकृति और आनंद, तीनों का संतुलन बनाती है।
वैशाली का विश्व शांति स्तूप
वैशाली: जहां इतिहास बोलता है
पटना से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित वैशाली इतिहास प्रेमियों के लिए किसी खजाने से कम नहीं। इसे दुनिया का पहला गणराज्य माना जाता है और भगवान बुद्ध से इसका गहरा संबंध रहा है।
अशोक स्तंभ, बुद्ध स्तूप और यहां का संग्रहालय प्राचीन भारत की लोकतांत्रिक परंपरा और बौद्ध संस्कृति की झलक देते हैं। नए साल पर अगर आप शोर-शराबे से दूर रहकर कुछ अर्थपूर्ण देखना और समझना चाहते हैं, तो वैशाली एक बेहतरीन विकल्प है।
यहां घूमते हुए ऐसा लगता है मानो समय पीछे लौट गया हो। खुले मैदान, ऐतिहासिक अवशेष और शांत वातावरण-न्यू ईयर की शुरुआत सोच-विचार और आत्ममंथन के साथ करने के लिए इससे बेहतर जगह शायद ही मिले।
बौद्ध धर्म का पवित्र केंद्र
बोधगया: आत्मा को सुकून देने वाला सफर
पटना से करीब 95 किलोमीटर दूर बोधगया बौद्ध धर्म का सबसे पवित्र स्थल है। आधुनिक और स्मूद सड़क मार्ग से यहां पहुंचना बेहद आसान हो गया है।
महाबोधि मंदिर, बोधि वृक्ष और दुनिया भर के देशों द्वारा बनाए गए अंतरराष्ट्रीय मठ बोधगया को वैश्विक पहचान दिलाते हैं। नए साल के मौके पर यहां देश-विदेश से श्रद्धालु और पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
बोधगया केवल धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि मानसिक शांति और आत्मिक ऊर्जा का केंद्र भी है। अगर आप नए साल की शुरुआत शांति, ध्यान और सकारात्मकता के साथ करना चाहते हैं, तो यह जगह आपके लिए बिल्कुल सही है।
प्राकृतिक खूबसूरती से सराबोर कैमूर पहाड़ी
कैमूर: झरनों, जंगलों और किलों का रोमांच
अगर न्यू ईयर पर प्रकृति के करीब जाना चाहते हैं, तो कैमूर जिला एक बेहतरीन च्वॉइस है। यहां की हरियाली, पहाड़ और झरने किसी हिल स्टेशन से कम नहीं लगते।
तुतला भवानी जलप्रपात, तेल्हार कुंड, करमचंद डैम और रोहतासगढ़ किला यहां के प्रमुख आकर्षण हैं। बारिश के बाद और सर्दियों में इन जगहों की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है।
मां मुंडेश्वरी मंदिर, जिसे भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में गिना जाता है, धार्मिक आस्था के साथ ऐतिहासिक महत्व भी रखता है। एडवेंचर, नेचर और इतिहास इन तीनों का आनंद एक साथ लेना हो तो कैमूर की यात्रा जरूर करें।
मां जानकी मंदिर, जनकपुर
मिथिला: संस्कृति, कला और आस्था की धरती
पटना से थोड़ा आगे उत्तर बिहार का मिथिला क्षेत्र, दरभंगा, सीतामढ़ी और मधुबनी, घूमने के लिहाज से बेहद खास है। यह इलाका अपनी मैथिली संस्कृति, लोककला और परंपराओं के लिए जाना जाता है।
दरभंगा का राज परिसर, सीतामढ़ी में माता सीता से जुड़े धार्मिक स्थल और मधुबनी की विश्वप्रसिद्ध पेंटिंग्स, यह सब मिलकर मिथिला को एक अलग पहचान देते हैं।
न्यू ईयर पर यहां आकर आपको सिर्फ जगहें देखने का मौका नहीं मिलेगा, बल्कि आप एक जीवंत संस्कृति को महसूस कर पाएंगे। लोकगीत, खानपान और लोगों की सादगी इस यात्रा को यादगार बना देती है।
कम बजट, ज्यादा सुकून: यही है खासियत
पटना के आसपास की ये सभी जगहें न सिर्फ खूबसूरत हैं, बल्कि बजट फ्रेंडली भी हैं। कम समय में, कम खर्च में और बिना लंबी छुट्टी लिए आप यहां आसानी से घूम सकते हैं।
न्यू ईयर का जश्न मनाने के लिए जरूरी नहीं कि आप भीड़भाड़ वाले बड़े शहरों या महंगे हिल स्टेशनों का रुख करें। कभी-कभी सुकून अपने आसपास ही छिपा होता है, बस उसे पहचानने की जरूरत होती है।
तो इस न्यू ईयर…
अगर आप प्रकृति की गोद में बैठकर नए साल का स्वागत करना चाहते हैं, इतिहास से कुछ सीखना चाहते हैं, या बस परिवार और दोस्तों के साथ यादगार पल बिताना चाहते हैं, तो पटना और उसके आसपास की ये जगहें आपका इंतजार कर रही हैं। नया साल नई जगहों, नई सोच और नई मुस्कान के साथ शुरू करें, क्योंकि असली जश्न वही है, जिसमें सुकून भी हो।
पटना से कौन सा शहर कितनी दूर?
पटना से राजगीर की दूरी: 100 किलोमीटर
पटना से वैशाली की दूरी: 60 किलोमीटर
पटना से बोधगया की दूरी: 95 किलोमीटर
पटना से कैमूर की दूरी: 200 किलोमीटर
पटना से दरभंगा की दूरी: 140 किलोमीटर
पटना से सीतामढ़ी की दूरी: 140 किलोमीटर
पटना से मधुबनी की दूरी: 160 किलोमीटर
पटना से इन शहरों तक कैसे पहुंचें?
पटना से राजगीर: पटना से राजगीर की दूरी लगभग 100 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से कार या टैक्सी द्वारा 2.5 से 3 घंटे में राजगीर पहुंचा जा सकता है। टैक्सी का किराया आमतौर पर ₹2,500 से ₹3,500 के बीच रहता है। पटना में अब बसें मुख्य रूप से बाईपास स्थित बस टर्मिनल (ISBT, रामाचक बैरिया) से खुलती हैं, जहां से राजगीर के लिए नियमित सरकारी और निजी बसें उपलब्ध हैं। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की टूरिज्म बसें भी यहीं से या बेली रोड स्थित पर्यटन भवन से निर्धारित समय पर चलाई जाती हैं। रेल मार्ग से पटना जंक्शन से राजगीर के लिए सीधी ट्रेनें भी मिलती हैं।
पटना से वैशाली: पटना से वैशाली की दूरी लगभग 60 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से कार या टैक्सी द्वारा 1.5 से 2 घंटे में वैशाली पहुंचा जा सकता है। टैक्सी का किराया सामान्यतः ₹1,500 से ₹2,500 के बीच रहता है। पटना के रामाचक बैरिया स्थित आईएसबीटी (बाईपास बस टर्मिनल) से वैशाली और हाजीपुर के लिए नियमित सरकारी व निजी बसें उपलब्ध हैं। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की टूरिज्म बसें भी पर्यटन सीजन में यहां से चलाई जाती हैं। रेल मार्ग से पटना जंक्शन से हाजीपुर जंक्शन तक ट्रेन लेकर वहां से टैक्सी या बस के जरिए वैशाली आसानी से पहुंचा जा सकता है।
पटना से बोधगया: पटना से बोधगया की दूरी लगभग 95 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से कार या टैक्सी द्वारा 2.5 से 3 घंटे में बोधगया पहुंचा जा सकता है। टैक्सी का किराया आमतौर पर ₹2,500 से ₹3,500 के बीच रहता है। पटना के रामाचक बैरिया स्थित आईएसबीटी (बाईपास बस टर्मिनल) से गया और बोधगया के लिए नियमित सरकारी व निजी बसें उपलब्ध हैं। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की टूरिज्म बसें भी पर्यटन सीजन में यहीं से या बेली रोड स्थित पर्यटन भवन से संचालित की जाती हैं। रेल मार्ग से पटना जंक्शन से गया जंक्शन तक ट्रेन लेकर वहां से टैक्सी या बस से बोधगया पहुंचा जा सकता है।
पटना से कैमूर: पटना से कैमूर (Bihar) जाने के लिए सड़क और रेल दोनों विकल्प उपलब्ध हैं। रेलमार्ग से आप पटना जंक्शन से रोहतास या बक्सर की ओर ट्रेनों का चयन कर सकते हैं, उसके बाद टैक्सी या स्थानीय बस से कैमूर पहुंचा जा सकता है। सड़क मार्ग से आप निजी कार, टैक्सी या राज्य परिवहन की बस का उपयोग कर सकते हैं। टूरिज्म बस या राज्य परिवहन की बसें पटना के गांधी मैदान, श्रीकृष्णा नगर या नई बस स्टैंड से कैमूर के लिए आसानी से उपलब्ध होती हैं। यात्रा का समय लगभग 6-7 घंटे है और रास्ते में प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया जा सकता है।
पटना से दरभंगा: दरभंगा बिहार के प्रमुख शहरों में से एक है और पटना से इसकी दूरी लगभग 140 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से कार या टैक्सी द्वारा लगभग 4 से 4.5 घंटे में दरभंगा पहुंचा जा सकता है। टैक्सी का किराया आमतौर पर ₹3,000 से ₹4,000 के बीच रहता है। पटना के रामाचक बैरिया स्थित आईएसबीटी (बाईपास बस टर्मिनल) से दरभंगा के लिए नियमित सरकारी और निजी बसें उपलब्ध हैं। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की टूरिज्म बसें भी विशेष पर्यटन सीजन में यहीं से संचालित की जाती हैं। रेल मार्ग से पटना जंक्शन से दरभंगा जंक्शन तक ट्रेन लेकर आसानी से पहुंचा जा सकता है।
पटना से सीतामढ़ी:पटना से सीतामढ़ी की दूरी लगभग 140 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से कार या टैक्सी द्वारा लगभग 4 से 4.5 घंटे में सीतामढ़ी पहुंचा जा सकता है। टैक्सी का किराया आमतौर पर ₹3,000 से ₹4,000 के बीच रहता है। पटना के रामाचक बैरिया स्थित आईएसबीटी (बाईपास बस टर्मिनल) से सीतामढ़ी के लिए नियमित सरकारी और निजी बसें उपलब्ध हैं। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की टूरिज्म बसें भी विशेष पर्यटन सीजन में यहीं से संचालित की जाती हैं। रेल मार्ग से पटना जंक्शन से सीतामढ़ी जंक्शन तक ट्रेन लेकर आसानी से पहुंचा जा सकता है।
पटना से मधुबनी: पटना से मधुबनी की दूरी लगभग 170 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से कार या टैक्सी द्वारा लगभग 5 से 5.5 घंटे में मधुबनी पहुंचा जा सकता है। टैक्सी का किराया आमतौर पर ₹3,500 से ₹4,500 के बीच रहता है। पटना के रामाचक बैरिया स्थित आईएसबीटी (बाईपास बस टर्मिनल) से मधुबनी के लिए नियमित सरकारी और निजी बसें उपलब्ध हैं। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की टूरिज्म बसें भी विशेष पर्यटन सीजन में यहीं से संचालित की जाती हैं। रेल मार्ग से पटना जंक्शन से मधुबनी जंक्शन तक ट्रेन लेकर आसानी से पहुंचा जा सकता है।






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