Bihar News: बिजली इंजीनियर के पास 25-30 करोड़ की संपत्ति, चलेगा मनी लॉन्ड्रिंग का केस
आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की छापेमारी में समस्तीपुर के विद्युत अधीक्षण अभियंता विवेकानंद के पास 25-30 करोड़ की संपत्ति मिली है। इसमें बेनामी संपत्ति भी शामिल है जो कोलकाता झारखंड और पूर्वोत्तर राज्यों में है। विवेकानंद पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज होगा। उनकी पत्नी के नाम से 21 संपत्तियों की जानकारी मिली है जिनमें कई भूखंड शामिल हैं। वह फिलहाल लापता हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की छापेमारी में समस्तीपुर के विद्युत अधीक्षण अभियंता विवेकानंद के पास करीब 25 से 30 करोड़ की चल-अचल संपत्ति की जानकारी मिली है। इसमें बड़ी संख्या में बेनामी संपत्ति भी अर्जित की गई है, जो कोलकाता, झारखंड के साथ पूर्वोत्तर के राज्यों में है।
इसके अलावा प्रथमदृष्टया स्वजनों के जरिए धन-शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के साक्ष्य भी मिले हैं। इसको लेकर विवेकानंद के विरुद्ध पीएमएलए के अंतर्गत मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी चलेगा। इसमें ईओयू केंद्रीय एजेंसियों की भी मदद लेगी।
ईओयू के अनुसार, इंजीनियर के पटना, समस्तीपुर और सिवान के आधा दर्जन ठिकानों पर बुधवार को शुरू हुई छापेमारी की कार्रवाई आधी रात के बाद करीब डेढ़-दो बजे तक चली। इसके अलावा गुरुवार की दोपहर एक बजे इंजीनियर की पत्नी बाबी के नाम से लिया गया बैंक लाकर खोला गया जिसमें करीब 30 लाख के सोने-चांदी के गहने मिले हैं।
छापेमारी में बिजली इंजीनियर और उनकी पत्नी बाबी के नाम से 21 संपत्तियों की जानकारी मिली है। इसमें सिवान में ही करीब डेढ़ दर्जन भूखंडों की खरीद की गई है। इसके अलावा पटना के बेउर में जमीन और दानापुर में फ्लैट की खरीद पत्नी के नाम पर की गई है।
ईओयू के अनुसार, इन भूखंडों की कीमत करीब पौने तीन करोड़ रुपये बताई गई है, जो सरकारी मूल्य से काफी कम है। इन संपत्तियों का बाजार मूल्य करीब आठ-दस करोड़ रुपये के आसपास है। उत्तरप्रदेश के गोरखपुर, वाराणसी जैसे शहरों में भी भूखंड खरीदे जाने की सूचना है, जिसका सत्यापन कराया जा रहा है।
विवेकानंद ने अपनी पत्नी के नाम पर एक दस्तावेज में करीब साढ़े तीन बिगहा जमीन सिवान में एक साथ खरीदी है। बहुत सी ऐसी परिसंपत्तियां भी पाई गई हैं, जिनकी उद्घोषणा इनके द्वारा अपनी संपत्ति विवरणी में नहीं की गई है।
इंजीनियर को हिरासत में लेकर होगी पूछताछ:
ईओयू सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के बाद से ही बिजली इंजीनियर विवेकानंद भूमिगत हैं। ईओयू पूछताछ के लिए उन्हें कल से तलाश रही है, मगर वह लापता हैं। ऐसे में ईओयू अब इंजीनियर के विरुद्ध वांरट के लिए कोर्ट जाएगी। इसके बाद हिरासत में लेकर इंजीनियर से पूछताछ की जाएगी जिसमें बेनामी संपत्तियों आदि के बारे में जानकारी ली जाएगी।
फर्जी पते पर खोला प्रतिष्ठान, रियल इस्टेट में निवेश:
ईओयू के अनसुार, विवेकानंद ने एचडीएफसी बैंक में मेसर्स आद्या इंटरप्राइजेज एवं मेसर्स ग्रेस इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपर्स के नाम पर जो बैंक खाता खोला है, उसमें पत्नी बाबी का पैन कार्ड नंबर जुड़ा है। यह प्रतिष्ठान जिन पते पर खोले या दिखाए गए हैं, वह फर्जी हैं। प्रॉक्सी व्यावसायिक प्रतिष्ठान अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को वैध बनाने के लिए खोला गया है। इसके माध्यम से रियल इस्टेट व्यवसाय एवं अन्य वाणिज्यिक गतिविधियां की जा रही हैं।
इसके अलावा, एचडीएफसी बैंक में ललन सिंह और विसर्जन सिंह के नाम से खुले खातों में विवेकानंद का मोबाइल और ई-मेल जुड़ा हैं। इन बैंक खातों में बड़ी संख्या में नकद और यूपीआइ भी किया गया है।
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