आपस में कनेक्ट होंगे पटना-मोकामा हाईवे और पटना-गया हाईवे, 23.30 KM लंबे तटबंध पथ को किया जाएगा चौड़ा
पटना सिटी को जाम से मुक्त कराने और विकास को गति देने के लिए सरकार ने दीदारगंज से पुनपुन तक तटबंध पथ के चौड़ीकरण का फैसला किया है। इसके साथ ही पुनपुन के रसूलपुर में मोरहर नदी पर पुल बनेगा ताकि बाढ़ से लोगों को बचाया जा सके। परसा-संपतचक सड़क के निर्माण से लगभग 10 लाख लोगों को फायदा होगा और बाईपास जाममुक्त होगा।

जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी पटना के पांच प्रखंडों पटना सिटी, फतुहा, संपतचक, पुनपुन व फुलवारीशरीफ को जाम से मुक्त कराने एवं विकास में तेजी लाने की दिशा में सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसके लिए दीदारगंज से गौरीचक होते हुए पुनपुन तक 23.30 किलोमीटर लंबे तटबंध पथ का चौड़ीकरण कराया जाएगा। राज्य सरकार ने एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) से इसका चौड़ीकरण कराने हेतु केंद्र सरकार से अनुरोध किया है।
इस सड़क के बनने से दो राष्ट्रीय राजमार्ग पटना-मोकामा हाईवे व पटना-गया हाईवे आपस में जुड़ जाएंगे। इसके अलावा पुनपुन प्रखंड के ग्राम रसूलपुर में मोरहर नदी पर पुल का निर्माण कराया जाएगा। इससे बाढ़ आने पर जनजीवन प्रभावित नहीं होगा।
यह जानकारी शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने दी। वे परसा-संपतचक सड़क के एलाइनमेंट एवं मीठापुर-महुली से परसा-संपतचक सड़क के रैंप निर्माण कार्य व भू-अर्जन कार्यों का स्थल निरीक्षण करने गए थे।
राजधानी का नया बाईपास होगा जाममुक्त:
पुनपुन व आसपास के क्षेत्रों के तेजी से विकास व राजधानी के बाईपास को जाममुक्त करने के लिए बनाए जा रहे परसा-संपतचक सड़क के एलाइनमेंट एवं मीठापुर-महुली से परसा-संपतचक सड़क के रैंप के कार्यों में तेजी लाने का निर्देश शुक्रवार को डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने दिए। इसके लिए पदाधिकारियों को भू-अर्जन कार्यों को तेजी से पूरा करने को कहा गया है।
बताते चलें कि पथ निर्माण विभाग करीब 331 करोड़ रुपये से 6.80 किलोमीटर में परसा-संपतचक सड़क का चौड़ीकरण करा रहा है। इससे पुनपुन एवं संपतचक क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी और क्षेत्र की लगभग 10 लाख आबादी सीधे लाभांवित होगी। एलाइनमेंट व रैंप निर्माण से राजधानी पटना के नए बाईपास पर जाम की समस्या भी समाप्त हो जाएगी।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान पुनपुन एवं आसपास के क्षेत्रों के लोगों की सुविधा के लिए इसके समेत कई घोषणाएं की थीं।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि पुनपुन प्रखंड के रसूलपुर गांव में मोरहर नदी पर एक पुल का निर्माण कराया जाएगा। इससे बाढ़ के दौरान क्षेत्रीय जन-जीवन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को रोका जा सकेगा और आपदा के समय आवाजाही बाधित नहीं होगी।
पुनपुन में खुलेंगे विकास के नए द्वार:
सड़क निर्माण व पुल परियोजनाएं केवल यातायात सुविधा ही नहीं बढ़ेगी बल्कि इस क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास का भी माध्यम बनेंगी। इससे स्थानीय व्यापार, कृषि उपज की आपूर्ति व रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि विकास की योजनाएं धरातल पर उतरें और जनता को इसका शीघ्र लाभ मिले। निरीक्षण के दौरान अन्य वरीय अधिकारी, पथ निर्माण विभाग के अभियंता व भूमि-अर्जन से जुड़े पदाधिकारी मौजूद थे। डीएम ने कहा कि जनहित की इन परियोजनाओं में किसी भी प्रकार की देरी या बाधा उत्पन्न नहीं हो।
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