Bihar News: मेडिकल कॉलेजों में दूर होगी शिक्षकों की कमी, स्वास्थ्य विभाग अब संविदा पर करेगा भर्ती
पटना के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग संविदा पर बहाली करेगा। एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर जैसे पदों को भरा जाएगा। यह निर्णय एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ाने और पीजी पाठ्यक्रमों की मान्यता बनाए रखने के लिए लिया गया है। मधेपुरा बेतिया और पूर्णिया के मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों की कमी है।

राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश के सरकारी मेडिकल कालेज अस्पतालों में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के मापदंड के अनुरूप पदों को संविदा बहाली से भरेगा।
स्वास्थ्य विभाग ने अपने निर्णय के संबंध में संकल्प भी जारी किया है। संकल्प के अनुसार एसोसियेट प्रोफेसर और प्रोफसर जैसे वरीय पदों को संविदा बहाली से भरा जाएगा।
स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह की ओर से जारी संकल्प में स्पष्ट किया गया है कि सरकारी मेडिकल कालेज अस्पतालों में बड़ी संख्या में प्राध्यापक व सह प्राध्यापक के पद के रिक्त हैं। कार्यरत शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने की वजह से भी चिकित्सा शिक्षकों के पद रिक्त हुए हैं।
राज्य के मेडिकल कालेज अस्पतालों में एमबीबीएस की सीटों पर नामांकन क्षमता बढ़ाने, पीजी पाठ्यक्रमों की मान्यता बनाए रखने नई सीटों के सृजन के लिए एसोसियेट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पदों पर आवश्कता के अनुरूप मेडिकल टीचरों का संविदा पर नियोजन किया जाना आवश्यक है।
स्वास्थ्य सचिव ने संकल्प में उदाहरण देकर कहा है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कालेज, मधेपुरा राजकीय मेडिकल कालेज, बेतिया एवं पूर्णिया राजकीय मेडिकल कालेजों में शिक्षकों की अत्यंत कमी है।
साथ ही भविष्य में शुरू किए जाने वाले मेडिकल कालेज सारण, समस्तीपुर में आगामी शैक्षणिक कार्य शुरू करने और एमबीबीएस सीटों पर नामांकन के लिए शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना आवश्यक है।
लिहाजा पदों की कमी दूर करने के लिए संविदा पर चिकित्सा शिक्षकों का निर्णय सरकार ने लिया है। आदेश के अनुसार इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं।
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