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    Bihar EOU Raid: बिहार में इंजीनियर के 6 ठिकानों पर छापा, शॉपिंग मॉल और जमीन में लगाई काली कमाई

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 09:04 PM (IST)

    आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने समस्तीपुर के विद्युत अधीक्षण अभियंता विवेकानंद के छह ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति मामले में छापेमारी की। प्राथमिक जांच में दो करोड़ 13 लाख की अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ है जो आय से 77.84 प्रतिशत ज्यादा है। यह काली कमाई शॉपिंग मॉल और जमीन में निवेश की गई। विवेकानंद ने गोरखपुर और वाराणसी में जमीन खरीदी है।

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    विद्युत अधीक्षण अभियंता के 6 ठिकानों पर छापा, शॉपिंग मॉल-जमीन में लगाई काली कमाई

    राज्य ब्यूरो, पटना। आय से अधिक संपत्ति मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने बुधवार को समस्तीपुर के विद्युत अधीक्षण अभियंता विवेकानंद के छह ठिकानों पर छापेमारी की। इंजीनियर के सिवान के तीन, समस्तीपुर के दो और पटना में दानापुर के कश्यप ग्रीन सिटी स्थित फ्लैट संख्या ई-601 की तलाशी ली गई।

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    प्राथमिक जांच में इंजीनियर के पास आय से दो करोड़ 13 लाख की अधिक संपत्ति मिली है, जो वैध आय से 77.84 प्रतिशत अधिक है। इस काली कमाई को शॉपिंग मॉल और जमीन-जायदाद में निवेश किया गया है। देर रात तक सिवान और समस्तीपुर के आवास की तलाशी जारी थी।

    ईओयू के अनुसार, विवेकानंद ने उत्तरप्रदेश के गोरखपुर और वाराणसी में जमीन खरीदी है। समस्तीपुर में शॉपिंग मॉल में निवेश करने की भी सूचना है। सिवान के हुसैनगंज थाना अंतर्गत रसीदचक में इंजीनियर ने चार मंजिला मकान खरीदा है, इसकी भी तलाशी ली गई है।

    इसके अलावा सिवान के लक्ष्मीपुर, आंदर ढाला के समीप कुंती कुटीर नाम से भी मकान है। पटना के फ्लैट से तलाशी में जमीन संबंधित कागजात, बीमा की रसीद, बैंक खाते के डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, वाहन के कागजात आदि बरामद किए गए हैं।

    जहां-जहां पोस्टिंग, वहां-वहां से बैंक में जमा हुई नकद व यूपीआई पेमेंट:

    ईओयू ने बैंक खातों की जांच में पाया कि जहां-जहां उनकी पोस्टिंग रही, वहां-वहां से खाते में बड़ी मात्रा में नकद और यूपीआई के माध्यम से राशि जमा कराई गई है। विवेकानंद ने एचडीएफसी बैंक में मेसर्स आद्या इंटरप्राइजेज एवं मेसर्स ग्रेस इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपर्स के नाम जो यह बैंक खाते खोले हैं। इसमें उनकी पत्नी बाबी का पैन कार्ड जुड़ा है।

    इसके अलावा, एचडीएफसी के दो अन्य खातों में विवेकानंद का मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी जुड़ा है। इन बैंक खातों में जमा कराई गई राशि बाद में विवेकानंद, उनकी पत्नी और खोले गए व्यावसायिक प्रतिष्ठान के बैंक खाते में ट्रांसफर किया गया है। सिवान के स्टेट बैंक आफ इंडिया में विवेकानंद की पत्नी बाबी के नाम पर लाकर की भी सूचना मिली है, जिसकी तलाशी ली जानी है।

    2009 में दिया योगदान, पटना में थी पोस्टिंग:

    ईओयू के अनुसार, विवेकानंद ने वर्ष 2009 में सहायक विद्युत अभियंता के पद पर योगदान दिया था। इसके बाद से अब तक वह सहरसा, दलसिंहसराय, हाजीपुर, मोतिहारी, पूर्णिया, छपरा, रोहतास, पटना एवं समस्तीपुर के विद्युत कार्यालयों में पदस्थापित रहे। जांच में इंजीनियर के पास आय के ज्ञात स्रोतों से दो करोड़ 74 लाख रुपये की तुलना में काफी अधिक चार करोड़ 87 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति अर्जित करने की जानकारी मिली है।

    इन ठिकानों पर हुई छापेमारी:

    सिवान के रघुनाथपुर थाना अंतर्गत संठी गांव के पैतृक आवास, सिवान के नगर थाना के लक्ष्मीपुर में कुंटी कुटीर, सिवान के हुसैनगंज थाना अंतर्गत रसीदचक गांव, पटना के रूपसपुर थाना अंतर्गत कश्यप ग्रीन सिटी के ई-601 फ्लैट, समस्तीपुर के मुसरीघरारी में वास्तुविहार फेज-एक के किराये के आवास और समस्तीपुर में नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के विद्युत अधीक्षण अभियंता के कार्यालय।