पटना के इस इलाके में हो रही थी रिश्वतखोरी, जांच एजेंसियों की टीम ने दो लोगों को दबोचे; जानें इस साल कितने भ्रष्ट अधिकारी धराए
बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की कार्रवाई जारी है। सहरसा में अंचल अधिकारी और कंप्यूटर ऑपरेटर को 20000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। शिकायत मिलने पर निगरानी टीम ने छापेमारी कर दोनों को रंगे हाथ पकड़ा। इस वर्ष विजिलेंस टीम ने 47 भ्रष्ट लोक सेवकों को गिरफ्तार किया है।

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ जांच एजेंसियों की कार्रवाई जारी है। शुक्रवार को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने एक बार फिर दो घूसखोरों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में पतरघट सहरसा के अंचल अधिकारी (सीओ) राकेश कुमार और कंप्यूटर ऑपरेटर राहुल कुमार शामिल हैं। दोनों को 20,000 रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के अनुसार, पतरघट सहरसा निवासी कैलाश यादव ने निगरानी ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी कि अंचल अधिकारी राकेश कुमार और कंप्यूटर ऑपरेटर राहुल कुमार जमीन के म्यूटेशन के बदले रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत मिलने के बाद निगरानी ने इसका सत्यापन किया और आरोप को सही पाया। जिसके बाद निगरानी डीएसपी विंध्याचल प्रसाद के नेतृत्व में छापेमारी दल का गठन किया गया।
शुक्रवार को दोनों आरोपी पतरघट सहरसा स्थित अपने कार्यालय में 20,000 रुपये रिश्वत ले रहे थे, उसी समय निगरानी टीम ने दोनों को रिश्वत के पैसों के साथ पकड़ लिया। फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिसके बाद उन्हें विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
यहां बता दें कि इस साल का यह 43वां ट्रैप केस है। इस साल विजिलेंस टीम ने 47 भ्रष्ट लोक सेवकों को रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है।
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