Bihar Politics: चाचा की पार्टी में भतीजे ने लगाई सेंध, RLJP के कई नेताओं ने थामा चिराग पासवान का हाथ
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के वैशाली के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज सिंह ने अपने समर्थकों के साथ लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास की सदस्यता ली। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने उन्हें सदस्यता दिलाई। वहीं भाकपा-माले कार्यालय में बृज बिहारी पांडेय को श्रद्धांजलि दी गई जिसमें कई पार्टी नेता शामिल हुए।
राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के वैशाली के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज सिंह के नेतृत्व में कई नेताओं व कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास की सदस्यता ली।
इन नेताओं को सदस्यता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने प्रदेश कार्यालय में दिलाई। इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सत्यानंद शर्मा और मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट मौजूद थे
भाकपा-माले के कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा
भाकपा-माले के कार्यालय में मंगलवार को पार्टी के केंद्रीय कमेटी के सदस्य बृज बिहारी पांडेय को श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम में प्रदीप झा, सरोज चौबे, पार्टी के मीडिया प्रभारी कुमार परवेज, समता राय, संतलाल, केडी यादव, प्रकाश कुमार, विभा गुप्ता समेत अनेक नेता उपस्थित थे।
मेहनतकश बिहारियों का पंजाब में प्रियंका गांधी ने उड़ाया था मजाक : जदयू
दूसरी ओर, बिहार में चुनाव को लेकर सियासी पारा इन दिनों हाई है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को कहा कि मेहनतकश बिहारियों का कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने मजाक उड़ाया था। कांग्रेस पार्टी की सोच बिहार और बिहारवासियों के प्रति अपमानजनक रही है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बिहार और यूपी के मेहनतकश लोगों के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। मंच पर मौजूद प्रियंका गांधी ने तालियां बजाकर उस बयान का समर्थन किया था। यह कांग्रेस की असली मानसिकता को दर्शाता है। बिहार की जनता उस अपमान को आज भी भूली नहीं है। जो नेता बिहारियों के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले बयान का खुलेआम समर्थन कर चुकी हों, वह आखिर किस नैतिक अधिकार से बिहार की धरती पर चुनावी दौरा करने आ रही हैं।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस का यह दोहरा चरित्र अब पूरी तरह उजागर हो चुका है और आगामी चुनाव में बिहार की जनता उन्हें करारा जवाब देने के लिए तैयार बैठी है। बिहार की मिट्टी आत्मसम्मान और संघर्ष की प्रतीक है। यहां के लोग कभी भी अपने अपमान को बर्दाश्त नहीं करते हैं।
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