Bihar News: बिहार के राजस्व संग्रह में गिरावट, खनन अधिकारियों को चेतावनी
खान एवं भूतत्व विभाग ने राजस्व संग्रहण में कमी को लेकर जिला खनन पदाधिकारियों को चेतावनी दी है। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने राजस्व संग्रहण की समीक्षा की जिसमें पिछले साल की तुलना में 35.01 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। मंत्री ने कम राजस्व वाले जिलों को सुधार करने का निर्देश दिया है अन्यथा स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। पटना समेत कई जिलों में राजस्व संग्रह कम हुआ है।

राज्य ब्यूरो, पटना। खान एवं भूतत्व विभाग ने पिछले साल मई की तुलना में इस साल मई में कम राजस्व संग्रहण को देखते हुए जिलों के खनन पदाधिकारियों को कार्रवाई की चेतावनी दी है।
राज्य के उपमुख्यमंत्री सह खान एवं भूतत्व मंत्री विजय सिन्हा ने हाल ही में खान एवं भूतत्व विभाग के कामकाज की समीक्षा की। जिसमें यह बात सामने आई कि पिछले साल की तुलना में इस साल राजस्व संग्रहण की स्थिति धीमी है। मई 2024-25 के राजस्व संग्रहण की तुलना में मई 2025-26 तक राजस्व संग्रहण में 35.01 प्रतिशत की गिरावट आई है।
जिला पदाधिकारियों की इस सुस्ती पर नाराजगी जताते हुए मंत्री ने जिलों को चेतावनी देते हुए कहा कि सस्ती चीजों से काम नहीं चलेगा। राजस्व संग्रहण में तेजी लानी होगी। कम राजस्व संग्रहण वाले जिलों में पटना भी शामिल है।
मंत्री ने बैठक के दौरान मई में प्राप्त राजस्व का हवाला देते हुए कहा कि अगर अगली बैठक से पहले स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो ऐसी स्थिति में सबसे कम राजस्व संग्रहण वाले नीचे के पांच जिलों से लिखित स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। उन्होंने खनन पदाधिकारियों को कड़ी मेहनत कर प्रथम तिमाही के लिए निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में हासिल करने का निर्देश दिया।
इन जिलों ने कम राजस्व एकत्र किया
इनमें पटना, गोपालगंज, नवादा, सीतामढी, दरभंगा, जहानाबाद, मोतिहारी, बांका, सुपौल, अरवल, नालंदा, गया, मधुबनी, अररिया, भागलपुर, मुंगेर, कटिहार, बक्सर, रोहतास, शेखपुरा, जमुई, मधेपुरा, पूर्णिया, सहरसा और सारण जैसे जिले शामिल हैं।
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