Bihar Chunav 2025: 'अल्पसंख्यकों के प्रति RJD की हमदर्दी महज दिखावा', JDU के बयान से मचा सियासी बवाल
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने राजद पर अल्पसंख्यकों के प्रति दिखावटी हमदर्दी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी शासन में अल्पसंख्यकों के लिए कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं हुआ। नीतीश कुमार सरकार ने अल्पसंख्यक कल्याण के लिए बजट बढ़ाया और कई योजनाएं शुरू कीं जैसे उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति और मदरसों का विकास जिससे अल्पसंख्यक समुदाय को मजबूती मिली है।

राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने रविवार को कहा कि अल्पसंख्यकों के प्रति राजद की हमदर्दी महज दिखावा है। यह सिर्फ राजनीतिक स्वार्थ और वोट बैंक से प्रेरित है। परिवारवादी मानसिकता वाले लोग समाज के सच्चे हितैषी नहीं हो सकते।
बिहार की जनता इस सच्चाई को भलीभांति समझ चुकी है। अल्पसंख्यकों के सच्चे हितैषी नीतीश कुमार हैं। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लालू-राबड़ी के 15 वर्षों के शासन में अल्पसंख्यकों के वास्तविक सशक्तिकरण के लिए ऐसा कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं हुआ जिसे उदाहरण के तौर पर प्रस्तुत किया जा सके।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भागलपुर दंगे के मुख्य आरोपी को संरक्षण दिया और सार्वजनिक मंच पर उसे सम्मानित कर अल्पसंख्यक समुदाय की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई।
वहीं, अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों की रक्षा, उनके सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो कार्य किया है, वह पूरे देश में अनुकरणीय है। 2005 में अल्पसंख्यक कल्याण के लिए जहां बजट मात्र 3.53 करोड़ रुपये था, वहीं अब यह बढ़कर 1004.22 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
नीतीश सरकार ने उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति, मदरसा शिक्षकों को वेतनमान, 8000 से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक उद्यमी योजना, तालीमी मरकज की स्थापना और मदरसों के समुचित विकास जैसे कदम उठाकर अल्पसंख्यक समुदाय को मजबूत आधार प्रदान किया है।
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