पटना में मानव तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, पुलिस ने एक को राजस्थान तो दूसरे को इस राज्य से छुड़ाया
पटना पुलिस ने मानव तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए राजस्थान से एक किशोरी को बचाया है। गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें एक महिला भी शामिल है। पूछताछ में पता चला है कि गिरोह पिछले छह महीने में दस लड़कियों का अपहरण कर चुका है। गिरोह मदद के नाम पर लड़कियों को फंसाकर उन्हें बेच देता था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, पटना। दानापुर से लापता किशोरी मानव तस्करी गिरोह का शिकार हो गई। गिरोह ने मदद के नाम पर उसे विश्वास में लिया और डरा धमका कर राजस्थान के एक व्यक्ति से जबरन उसकी शादी करा दी और उसे डेढ़ लाख रुपये में बेच दिया।
दानापुर पुलिस ने किशोरी को राजस्थान से सकुशल बरामद कर मानव तस्करी में शामिल महिला समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उस समय दंग रह गई जब पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह छह माह में इसी तरह दस लड़कियों का अपहरण कर चुका है।
इस बीच एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह छह माह में दस महिलाओं का अपहरण कर चुका है। विशेष टीम गठित कर दी गई है। सरगना की पहचान कर ली गई है, जो रोहतास का रहने वाला है।
गिरोह में शामिल अन्य लोगों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। साथ ही अन्य अपहृत लड़कियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
मानव तस्करी में गिरफ्तार आरोपी और उनकी भूमिका
पुलिस द्वारा गिरफ्तार एक महिला समेत पांच आरोपियों की पहचान रोहतास के दिनारा निवासी उपेंद्र कुमार उर्फ निरंजन कुमार और अजय कुमार गुप्ता, मध्य प्रदेश के श्योपुर निवासी गौरव गोयल और कपिल गुप्ता के रूप में हुई है।
गिरफ्तार महिला स्टेशन के आसपास घूमने वाले किशोर या महिला को मदद या नौकरी दिलाने के नाम पर बहला-फुसलाकर अपने जाल में फंसाती थी। इसी तरह गिरोह की महिला ने 16 मई को दानापुर से लापता किशोरी को जाल में फंसाकर आरा में अपने घर में चार दिनों तक रखा।
वहां उसे मारपीट कर या धमकाकर रखा गया। गौरव और कपिल गिरोह में एजेंट की भूमिका में थे। वे पहले मध्य प्रदेश में ठेला लगाते थे। बाद में उनका संपर्क एमपी और राजस्थान के उन लोगों से हो गया, जो महिलाओं की खरीद-फरोख्त करते थे।
इधर, आरा की महिला किशोरी को अपने घर ले गई, निरंजन ने उसकी तस्वीर गौरव और कपिल को भेजी। दोनों ने एमपी और राजस्थान में ग्राहक तय कर रखे थे। दोनों ने शादी के नाम पर उसे राजस्थान की एक पार्टी से मिलवाया।
अपहरण के तीन दिन बाद महिला ने किशोरी की शादी राजस्थान के एक व्यक्ति से रोहतास के दिनारा स्थित आशीर्वाद मैरेज हॉल में करा दी। इस मैरेज हॉल का मालिक अजय कुमार है। बदले में उसे 20 हजार रुपए मिले। फिर किशोरी को बताया गया कि लड़का रोहतास का है, लेकिन उसका राजस्थान में कारोबार है। शादी के बाद वह व्यक्ति किशोरी को अपने साथ राजस्थान ले गया।
पाटलिपुत्र पुलिस ने तस्कर गिरोह को भी पकड़ा
इस गिरोह का नेटवर्क मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार ही नहीं, बल्कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश से भी जुड़ा है। यह गिरोह चेन बनाकर काम करता है। ये रेलवे स्टेशन के आसपास के किशोर या लड़कियों को अपना निशाना बनाते थे, जो किसी मजबूरी में फंसी होती हैं या उनकी हालत ठीक नहीं होती।
मई 2023 में भी पटना जंक्शन से दो मानव तस्करों को गिरफ्तार कर उनके चंगुल से एक महिला को मुक्त कराया गया था। दोनों तस्कर मध्य प्रदेश के थे। महिला की तस्करी के बदले उन्हें 2.37 लाख मिले थे। महिला लखीसराय की रहने वाली थी।
इसी तरह वर्ष 2023 में पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र की एक किशोरी पटना जंक्शन पर मानव तस्करी गिरोह के चंगुल में फंस गई थी। उसे राजस्थान के एक व्यक्ति को बेच दिया गया था। पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने उसे राजस्थान से मुक्त कराया।
पुलिस ने राजस्थान के उस व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया, जिससे उसकी शादी हुई थी। साथ ही महिला तस्कर को दिल्ली से और गिरोह के तीन सदस्यों को पटना से गिरफ्तार किया गया।
उम्र और तस्वीर देखकर तय होती थी कीमत
गिरोह किशोरी और महिलाओं की तस्वीर भेजता था। उनकी उम्र और तस्वीर देखकर कीमत तय होती थी। इसके बाद एमपी और राजस्थान से तय पार्टी को बिहार बुलाया जाता था। शादी की वीडियोग्राफी की जाती थी। शादी के बाद वह व्यक्ति उन्हें अलग-अलग राज्यों में बेच देता था या जबरन घर पर रखता था।
तकनीकी अनुसंधान के बाद पुलिस राजस्थान पहुंची
दानापुर निवासी किशोरी 16 मई को घर से दानापुर बाजार के लिए निकली और लापता हो गई। खोजबीन के बाद परिजनों ने 19 मई को पुलिस को सूचना दी। दानापुर थाना प्रभारी प्रशांत भारत ध्वज के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
तकनीकी जांच में पता चला कि रेलवे स्टेशन के पास उसका मोबाइल बंद हो गया था। उसके मोबाइल में एक नंबर मिला। उस युवक को हिरासत में ले लिया गया। जांच में पता चला कि उसे आरा में एक महिला ने रखा था और वहीं से रोहतास के दिनारा स्थित आशीर्वाद मैरेज हॉल में उसकी शादी करा दी गई थी।
पुलिस ने उस महिला और मैरेज हॉल संचालक को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी। इसी बीच पुलिस को उस व्यक्ति का मोबाइल नंबर भी हाथ लग गया, जिसे शादी के नाम पर किशोरी को बेचा गया था। उस नंबर का लोकेशन राजस्थान मिला।
दानापुर राजस्थान पहुंचे और किशोरी को मुक्त कराकर पटना ले आए। इसके बाद बाकी गौरव, कपिल और निरंजन को गिरफ्तार कर लिया गया।
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