Nitish Cabinet: भागलपुर और मुंगेर वालों की बल्ले-बल्ले, नीतीश कैबिनेट ने गंगा पथ प्रोजेक्ट पर लगाई मुहर
पटना की तर्ज पर भागलपुर और मुंगेर में भी गंगा पथ बनेगा जिस पर लगभग 9969.63 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली। मुंगेर से सबौर के बीच 82.80 किलोमीटर लंबा गंगा पथ बनेगा जिससे यातायात सुगम होगा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अतिरिक्त मंत्रिमंडल ने ऊर्जा भंडारण नीति 2025 को भी स्वीकृति दी है।

राज्य ब्यूरो, पटना। पटना की तरह भागलपुर और मुंगेर में भी गंगा पथ का निर्माण होगा। जिस पर करीब 9969.63 करोड़ से अधिक की राशि खर्च होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंगलवार को स्वीकृति दी गई।
राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के अनुसार, राजधानी पटना की तर्ज पर गंगा किनारे बसे अन्य शहरों में भी गंगा पथ का निर्माण होगा।
मुंगेर से सबौर के बीच 82.80 किलोमीटर लंबे गंगा पथ परियोजना को स्वीकृति दी गई है। इस परियोजना पर कुल 9969.63 करोड़ रुपये की लागत आएगी। गंगा पथ परियोजना को दो हिस्सों में लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुंगेर (सफियाबाद) से बरियारपुर, घोरघट होते हुए सुल्तानगंज तक 42 किलोमीटर लंबे गंगा पथ को हाइब्रिड एन्युटी मॉडल पर बनाया जाएगा। इस खंड पर कुल 5119.80 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इसी प्रकार, सुल्तानगंज से भागलपुर होते हुए सबौर तक 40.80 किलोमीटर लंबी गंगा पथ परियोजना को भी हैम मॉडल पर बनाया जाएगा। जिस पर करीब 4849.83 करोड़ की लागत आएगी।
गंगा पथ के निर्माण से न केवल यातायात सुगम होगा बल्कि यह मार्ग यात्रियों को एक नैसर्गिक सौंदर्यपूर्ण यात्रा का अनुभव भी कराएगा। इससे पर्यटन और रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
पंप भंडारण परियोजना प्रोत्साहन नीति 2025 के प्रारूप पर मुहर
मंत्रिमंडल ने आज की बैठक में नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उपलब्धता के लिए ऊर्जा भंडारण की एक नई नीति बिहार पंप भंडारण परियोजना प्रोत्साहन नीति 2025 के प्रारूप की स्वीकृति मिली है। इसके तहत एक लाख करोड रुपए निवेश होने की संभावना है।
बख्तियारपुर ताजपुर फोरलेन पुल का एस्टीमेट फिर पुनरीक्षित
10 साल से निर्माण अधीन बख्तियारपुर ताजपुर फोरलेन पुल का एस्टीमेट तीसरी बार पुनरीक्षित हुआ है। अब 3923 करोड़ में यह पुल बनकर तैयार होगा। मंत्रिमंडल ने इस आशय का प्रस्ताव स्वीकृत किया है।
चार डॉक्टर सेवा से बर्खास्त किए गए
मंत्रिमंडल ने लगातार सेवा से गायब रहने वाली चार डॉक्टरों को सेवा से बर्खास्त करने का प्रस्ताव स्वीकृत किया है।
डॉ. चंदना कुमारी जो कि बेगूसराय के मंझौल तैनात थी उन्हें तीन वर्ष से लगातार नदारद रहने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लखीसराय में तैनात डॉ. कृतिका सिंह, सदर अस्पताल जमुई में तैनात डॉ. निमिषा रानी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हलसी लखीसराय में पदस्थापित डॉ. कृति किरण को लगातार सेवा से गायब रहने के बाद सेवा से बर्खास्त किया गया है।
अन्य निर्णय
- सात निश्चय कार्यक्रम के तहत साइंस एवं टेक्नोलॉजी विभाग के अधीन संचालित 46 राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान एवं 38 अभियंत्रण महाविद्यालय में प्रयोगशाला में मशीन, उपकरण और कंप्यूटर इत्यादि के खरीद के लिए 170 करोड़ रुपये स्वीकृत।
- पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के विस्तारीकरण, नवीकरण एवं आधुनिकरण कार्य के लिए 7832.29 करोड़ की राशि स्वीकृत।
- गन्ना उद्योग विभाग बिहार ईख सेवा (भर्ती एवं सेवा शर्त संशोधन) नियमावली 2025 स्वीकृत।
- पूर्णिया में राीपतरा-पूर्णिया रेलवे स्टेशन के बीच आरओबी निर्माण के लिए 44.85 करोड़ स्वीकृत।
- राज्य सरकार की गारंटी पर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, सहकारी संस्थाओं को दिए गएण के लिए राज्य सरकार द्वारा जीआरएफ के गठन का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया है। निधि का गठन होने से सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, सहकारी संस्थाओं द्वारा राज्य सरकार की गारंटी पर प्राप्त ऋणों के भुगतान में चूक की स्थिति में ऋण की वापसी इस निधि से किया जा सकेगा।
- वैशाली में केंद्रीय विद्यालय के लिए चार एकड़ भूमि के मुफ्त हस्तांतरण को स्वीकृति।
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