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    Bihar Politics: प्रशांत किशोर के आरोपों पर CEO का जवाब, बोले- अभी समय है दर्ज कराएं आपत्ति

    Updated: Fri, 08 Aug 2025 07:24 AM (IST)

    बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने प्रशांत किशोर के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि मतदाता सूची में सुधार की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने सभी पात्र नागरिकों से 1 सितंबर तक दावा और आपत्तियां दर्ज कराने का आग्रह किया है ताकि मतदाता सूची को और अधिक सटीक बनाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि समय से पहले निष्कर्ष निकालने से भ्रम पैदा हो सकता है।

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    प्रशांत किशोर के आरोपों पर CEO का जवाब। (जागरण)

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विनोद सिंह गुंजियाल ने गुरुवार को जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) द्वारा लगाए गए आरोपों पर उन्हें सुझाव दिया है।

    सीईओ ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से कहा है कि अभी भी वक्त है, राजनीतिक दल व अन्य हितधारक दावा-आपत्ति कर सकते हैं।

    उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर किसी पात्र मतदाता का नाम छूटा है या किसी अयोग्य व्यक्ति का नाम गलती से प्रारूप मतदाता सूची में सम्मिलित रह गया है तो इस पर पहली सितंबर तक दावा या आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है।

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    पीके ने लगाया था आरोप

    दरअसल, गुरुवार को पीके ने बेगूसराय में मीडिया के माध्यम से चुनाव आयोग पर अनुसूचित समाज और प्रवासी बिहारियों के नाम मतदाता सूची से हटाने का आरोप लगाया था।

    उत्तर में सीईओ गुंजियाल ने कहा है कि मतदाता सूची को अद्यतन करना एक सतत प्रक्रिया है और इसमें सभी की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने चेताया कि समय से पहले आंकड़ों के आधार पर निष्कर्ष निकालने से भ्रम की स्थिति बनती है, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया और नागरिकों के विश्वास पर आंच आ सकती है।

    सार्वजनिक रूप से साझा की गई जानकारी

    गुंजियाल ने यह भी जानकारी दी कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के तहत अब तक की गई कार्रवाई पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न हुई है। इससे जुड़ी जानकारी सार्वजनिक रूप से साझा की गई है।

    सीईओ ने सभी नागरिकों एवं हितधारकों से अपील की कि वे निर्धारित समय सीमा के अंदर अपने दावे और आपत्तियां दर्ज कराएं, ताकि मतदाता सूची और अधिक शुद्ध एवं समावेशी बन सके।

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