पटना में बिल्डर ने मांगी थी डॉक्टर से दो करोड़ की रंगदारी, तीन आरोपित गिरफ्तार
फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के निजी अस्पताल के डाक्टर से दो करोड़ की रंगदारी और पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी फुलवारीशरीफ के एक बिल्डर ने दी थी।इनके पास से एक पिस्टल छह गोली एक मैग्जीन 2.50 लाख नकद और चार मोबाइल को भी बरामद किया है। एसटीएफ ने फुलवारीशरीफ थाना पुलिस के सहयोग से तीसरे आरोपित मो. सैफ को एशोपुर से गिरफ्तार कर लिया है।

जागरण संवाददाता, पटना। फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के निजी अस्पताल के डाक्टर से दो करोड़ की रंगदारी और पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी फुलवारीशरीफ के एक बिल्डर ने दी थी। एसटीएफ और दरभंगा पुलिस की संयुक्त टीम ने यूनिवर्सिटी थाना क्षेत्र में छापेमारी कर बिल्डर नूर मोहम्म्द उर्फ लाल बाबू और मो. फरहान को गिरफ्तार कर लिया है।
इनके पास से एक पिस्टल, छह गोली, एक मैग्जीन, 2.50 लाख नकद और चार मोबाइल को भी बरामद किया है। दोनों की निशानदेही पर एसटीएफ ने फुलवारीशरीफ थाना पुलिस के सहयोग से तीसरे आरोपित मो. सैफ को एशोपुर से गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से एक पिस्टल, पांच गोली, एक मैग्जीन बरामद हुआ है। तीनों आरोपित फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के निवासी है।
28 जून को फुलवारीशरीफ में स्थित सिसरो अस्पताल के डाक्टर से फोन पर दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज किया गया। एसटीएफ की विशेष टीम आरोपितों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी में जुट गई। तकनीकी अनुसंधान करने पर आरोपित नूर मोहम्मद और फरहान का लोकेशन दरभंगा के यूनिवर्सिटी थाना क्षेत्र में मिला।
जांच में पता चला कि बिल्डर का दरभंगा में प्रोजेक्ट चल रहा है। वह वहीं पर है। एसटीएफ बिना देर किए शनिवार की रात दरभंगा पहुंच गई। वहां यूनिवर्सिटी थाना पुलिस के सहयोग से बिल्डर के कार्यालय में छापेमारी की गई। नूर और फरहान को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के बाद उनकी निशानेदही पर देर रात फुलवारीशरीफ के गोनपुरा लहियाचक में दबिश दी गई।
वहां से से मो. सैफ को भी दबोच लिया गया। इन सभी से पुलिस पूछताछ कर रही है। एसटीएफ की मानें तो नूर के खिलाफ पटना और दरभंगा में रंगदारी व आर्म्स एक्ट सहित तीन केस पहले से दर्ज है।
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