Bihar Politics: चुनाव से पहले पशुपति पारस ने तोड़ा NDA से 'रिश्ता', बताया RLJP का सियासी प्लान
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) ने दलित व अल्पसंख्यक विरोधी नीतियों का आरोप लगाते हुए एनडीए से नाता तोड़ लिया है। पार्टी प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने केंद्र और नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने रामविलास पासवान को भारत रत्न देने और निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू करने की मांग की। पारस ने वक्फ पर भी एनडीए सरकार को घेरा।
राज्य ब्यूरो, पटना। डॉ. बीआर आंबेडकर की जयंती पर सोमवार को पटना के बापू सभागार में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) की ओर से आयोजित संकल्प महासम्मेलन असरदार दिखी। कार्यक्रम में आए सभी जिलाध्यक्षाें और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने एनडीए से नाता तोड़ने की घोषणा की।
उन्होंने वक्फ संशोधन कानून (Waqf Amendment Law) को लेकर केंद्र सरकार और चौकीदार-दफादार में पासवान जाति की उपेक्षा को लेकर नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला। कहा- भाजपा की नेतृत्व वाली केंद्र व राज्य की एनडीए सरकार घोर दलित और अल्पसंख्यक विरोधी है।
'मैं एनडीए से नाता तोड़ने की घोषणा करता हूं...'
पशुपति पारस (Pashupati Paras) ने कहा कि आज डॉ. आंबेडकर जयंती पर एनडीए से अपनी पार्टी का नाता तोड़ने की घोषणा करता हूं। हम अब एक नया बिहार बनाएंगे और सभी 243 विधानसभा सीटों पर पार्टी को मजबूत करेंगे, जो गठबंधन उचित सम्मान देगा, उसमें शामिल होंगे। पार्टी बड़े जन आंदोलन की तैयारी में है। दलितों, पिछड़ों, और वंचित वर्गों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
उन्होंने रामविलास पासवान को भारत रत्न देने एवं निजी क्षेत्र की नौकरियों में आरक्षण लागू करने की मांग सरकार से की।
इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने सभी अतिथियों व कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि एक-एक कार्यकर्ता का सम्मान पार्टी का सम्मान है। रालोजपा विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसमें हमारे तमाम कार्यकर्ताओं की बड़ी भूमिका होगी। हमारी पार्टी जनता के वोट से जनता के लिए काम करनेवाली सरकार बनाएगी।
प्रधान महासचिव केशव सिंह ने कार्यक्रम का संचालन किया। लोक गायक आलोक पासवान ने रालोजपा की सदस्यता ग्रहण की।
पासवान परिवार में कलह पर सूरजनभान बोले- समय आने पर पोल खोलेंगे
केन्द्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह ने कहा कि पासवान परिवार में जो टूट-फूट है, उसके बारे में पशुपति पारस और राजकुमार (चिराग पासवान) ही बताएंगे या फिर जदयू-भाजपा वाले बताएंगे। समय आने पर सभी की पोल खोलेंगे। यह परिवार अगर मिल जाए तो अच्छी चीज है। हमें राजनीति से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान देवता थे। आज भी हम इस परिवार का बहुत सम्मान करते हैं।
इन नेताओं ने किया संबोधित:
प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज पासवान, विधान पार्षद भूषण कुमार राय, राष्ट्रीय महासचिव सांसद चंदन सिंह, पूर्व विधायक अनिल चौधरी, विरेश्वर सिंह, अम्बिका प्रसाद बीनू, रालोजपा के हरियाणा अध्यक्ष मुकेश कुमार, झारखंड के अध्यक्ष राजकुमार राय, दिल्ली के अध्यक्ष विनोद नागर, दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष धनश्याम कुमार दाहा, महासचिव रंजीत पासवान वयुवा नेता यश राज पासवान।
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