'अगर नीतीश बीजेपी से अलग हो जाएं तो...', पप्पू यादव के बयान से मची खलबली; चिराग का भी लिया नाम
निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा है कि बिहार में एससी-एसटी ओबीसी और ईबीसी समाज के लोग ही मुख्यमंत्री बन सकते हैं जिनमें चिराग पासवान भी शामिल हैं। उन्होंने भाजपा पर चिराग का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। पप्पू ने कहा कि वे कांग्रेस के प्रति समर्पित हैं और मुख्यमंत्री चेहरे पर आलाकमान का निर्णय मानेंगे। उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा राहुल गांधी की आलोचना को भी निरर्थक बताया।

राज्य ब्यूरो, पटना। निर्दलीय सांसद पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने कहा है कि राज्य में एससी-एसटी, ओबीसी और इबीसी समाज के लोग ही मुख्यमंत्री बन सकते हैं। इनमें लोजपा (रा) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) भी शामिल हैं, लेकिन भाजपा चिराग को मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी।
उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी उनका इस्तेमाल कर फेंक देगी। भाजपा के पास अपनी राजनीतिक पूंजी नहीं है। वह दूसरों की पूंजी पर राजनीति कर रही है। आज अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भाजपा से अलग हो जाए तो वह शून्य पर पहुंच जाएगी।
'भाजपा ने चिराग का परिवार तोड़ दिया'
पप्पू ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि भाजपा इस बार भी चिराग का इस्तेमाल कर रही है। पिछले चुनाव में चिराग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हनुमान बन कर घूम रहे थे। भाजपा ने उनका परिवार ही तोड़ दिया।निर्दलीय सांसद ने कहा कि वे कांग्रेस के लिए समर्पित हैं।
बिहार में महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर पप्पू ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान का निर्णय उनके लिए मान्य होगा। मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर राजनीतिक दलों से अधिक मीडिया में बेचैनी है। उन्होंने पूछा- भाजपा में कौन मुख्यमंत्री का चेहरा है? भाजपा में 40 लोग मुख्यमंत्री की कतार में हैं।
'एनडीए में अधिक नेता बिना जनाधार के...'
पप्पू ने कहा कि एनडीए में अधिक नेता बिना जनाधार के हैं। दूसरों के वोट पर राज कर रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर विदेश यात्रा के दौरान देश की आलोचना करने का आरोप लगा है, इस पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया को निरर्थक बताते हुए पप्पू ने कहा कि पहले यह रिकॉर्ड देख लें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विदेश यात्राओं में देश के बारे में क्या-क्या बोलते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कई देशों में भारत के नागरिक रहते हैं। उन्हें अपने देश की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी देने में कुछ भी गलत नहीं है।
निर्दलीय सांसद ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की ओर से सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के विरुद्ध की गई टिप्पणी पर कहा- जांच इस बात की होनी चाहिए कि निशिकांत दुबे के पास इतना धन कहां से आता है। संसद के अंदर और बाहर दुबे किसके हित में काम करते हैं।
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