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    भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच बिहार के अस्पतालों के लिए गाइडलाइन, हाई लेवल मीटिंग में कई बड़े फैसले

    Updated: Fri, 09 May 2025 08:54 PM (IST)

    राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने उच्चस्तरीय बैठक की। बताया कि केंद्र से लेकर राज्य तक तैयारियों में जुटे हैं। अस्पतालों की इमरजेंसी में 10 प्रतिशत अतिरिक्त दवाएं सर्जिकल सामान व उपकरण का भंडारण करना। रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए शाक ट्रीटमेंट की दवाएं भी रखनी हैं।

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    भारत-पाकिस्तान तनाव को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, पटना। पहलगाम आतंकी घटना का बदला लेने को चलाए गए आपरेशन सिंदूर के बाद अब युद्ध की आशंका प्रबल होती जा रही है। इसे देखते हुए केंद्र से लेकर राज्य तक तैयारियों में जुटे हैं। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने उच्चस्तरीय बैठक कर व्यापक दिशा-निर्देश दिए।

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    हास्पिटल में 10 प्रतिशत अतिरिक्त दवाएं

    इसमें एक है अस्पतालों की इमरजेंसी में 10 प्रतिशत अतिरिक्त दवाएं, सर्जिकल सामान व उपकरण का भंडारण करना। कारण हवाई हमले में सैनिकों के साथ बड़ी संख्या में आमजन भी इसकी चपेट में आते हैं। इन घायलों को गोल्डेन आवर में समुचित उपचार मिल सके और दवा या किसी उपकरण को लाने में देरी से उनकी जान पर नहीं बने, ये आदेश दिए गए हैं। ये आदेश मेडिकल कालेजों व सदर अस्पताल से लेकर प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक के लिए दिए गए हैं।

    आपातकालीन स्थितियों में हो सके इलाज

    डाक्टरों को कहा गया है कि बम-गोली से घायल ट्रामा रोगियों के समुचित उपचार के लिए संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी एंटीबायोटिक्स, दर्द निवारक, गंभीर चोटों व खून रोकने के लिए जरूरी दवाएं व सर्जिकल सामग्री, सांस लेने में मदद के लिए आक्सीजन व उसे देने के उपकरण, रक्तस्राव रोकने की दवाएं, रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए शाक ट्रीटमेंट की दवाएं, अंगों में जहर फैलने से रोकने को एंटीडोट्स व इसके अलावा अन्य आपातकालीन स्थितियों के इलाज को जरूरी जीवनरक्षक दवाएं सामान्य से 10 प्रतिशत अतिरिक्त रखनी हैं।

    प्रदेश में नहीं होगी आवश्यक दवाओं की कमी

    बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष परसन कुमार सिंह ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश में सभी आवश्यक दवाओं का पर्याप्त स्टाक उपलब्ध है। बीसीडीए थोक विक्रेताओं, वितरकों व खुदरा विक्रेताओं के साथ मिलकर दवा स्टाक की निगरानी कर रहा है ताकि किसी भी आवश्यक दवा की कमी नहीं हो। हम दवा निर्माताओं और नियंत्रण केंद्र के साथ लगातार संपर्क में हैं और सभी ज़रूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा की युद्ध की आशंका के मद्देनजर की जा रही तैयारियों की समीक्षा के बाद ये बातें कहीं।

    आमजन बेवजह न करें दवाओं का भंडारण 

    परसन कुमार सिंह ने आमजन से अनुरोध किया कि वे घबराएं नहीं और न ही अनावश्यक अधिक मात्रा में दवाओं की खरीदारी करें। राज्य में दवाओं की आपूर्ति सुचारू रूप से चल रही है और हम हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। केंद्र व राज्य सरकार के साथ मिलकर स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता बनाए रखने के लिए बीसीडीए प्रतिबद्ध है।