'बिहार से किए ये पुराने वादें कब होंगे पूरे', पीएम मोदी के दौरे से पहले जयराम रमेश ने पूछे चार सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार का दौरा करेंगे और इस दौरान पीएम मोदी भागलपुर भी जाएंगे। पीएम के दौरे से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधा है और चार सवाल किए हैं। इस दौरान उन्होंने भाजपा के द्वारा किए गए वादों को याद दिलाया है और वादे पूरे क्यों नहीं हुए ये सवाल किया है।

पीटीआई, बिहार। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार का दौरा करने वाले हैं इस दौरान पीएम मोदी भागलपुर भी जाएंगे। पीएम मोदी के दौरे से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने बीजेपी पर निशाना साधा है और पीएम मोदी से चार सवाल किए हैं।
अपने सवालों के जरिए जयराम रमेश ने पीएम मोदी द्वारा बिहार से किए गए उनके पुराने वादों को याद कराया है।
पहला सवाल
- पहले सवाल में कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी से पूछा, 'वादे के मुताबिक मुजफ्फरपुर, पूर्णियां और भागलपुर के लिए एयरपोर्ट कहां हैं?' उन्होंने कहा, "पीएम मोदी ने 18 अगस्त 2015 को पूर्णियां में एयरपोर्ट बनाने का वादा किया था। लेकिन नीतीश कुमार द्वारा तीन बार पलटी मारने के बाद भी ये वादा पूरा नहीं हुआ"।
- जयराम रमेश ने कहा, 2019 में एक रैली के दौरान पीएम मोदी ने मुजफ्फरपुर के पताही एयरपोर्ट को शुरू करने का आश्वासन दिया था। गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस बात को दोहराया था, जबकि भाजपा ने दिवाली 2023 तक इसे पूरी तरह चालू करने का वादा भी किया था।
- वहीं, लगभग एक साल पहले AAI की एक ग्राउंड टीम ने पाया था कि हवाईपट्टी की बाउंड्री वॉल टूटी हुई है और वहां भैंसे हैं। आज भी हालात लगभग वैसे ही हैं।
दूसरा सवाल
- जयराम रमेश ने अपने दूसरे सवाल में ये पूछा, बिहार में इतने सारे जरूरी प्रोजेक्ट अधूरे क्यों पड़े हैं? उन्होंने कहा, साल 2015 में बिहार की जनता से 1.25 लाख करोड़ के पैकेज का बड़ा वादा किया गया था। इस पैकेज में से 54, 713 करोड़ रुपये सड़क और पुल परियोजनाओं के लिए निर्धारित थे, लेकिन अभी भी काम अधूरे पड़े हैं।
तीसरा सवाल
- कांग्रेस नेता ने अपने तीसरे सवाल में पूछा है कि भागलपुर की सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन की संभावनाओं को संवारने के लिए मोदी सरकार ने क्या किया? भागलपुर बिहार और भारत का एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक केंद्र है। यहां की टेक्सटाइल इंडस्ट्री, मंजूषा पेंटिंग्स प्रसिद्ध है।
- उन्होंने कहा, ये सभी सरकारी उपेक्षा के शिकार हैं। उदाहरण के लिए, भागलपुर क्षेत्रीय हथकरघा बुनकर सहकारी संघ का कहना है कि 2019 और 2024 के बीच, बुनकरों की संख्या 2 लाख से गिरकर 60,000 हो गई। व्यापार 2015 में प्रति वर्ष 600 करोड़ रुपये से घटकर अब 150 करोड़ रुपये हो गया।
चौथा सवाल
- अपने अंतिम सवाल में जयराम रमेश ने पूछा, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं दिया गया, जैसा कि प्रधानमंत्री ने वादा किया था। उन्होंने कहा, "2014 में प्रचार करते समय पीएम मोदी ने प्रभावी ढंग से बिहार के लिए विशेष श्रेणी का दर्जा देने का वादा किया था।
- उन्होंने कहा, 'केंद्र की अपनी बहुआयामी गरीबी सूचकांक (एमपीआई) रिपोर्ट के अनुसार, बिहार भारत में सबसे गरीब राज्य है और राज्य की 52% आबादी के पास अपेक्षित स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन स्तर तक पहुंच नहीं है।
- रमेश ने आगे पूछा, 'पीएम बिहार के लोगों को क्यों भूल गए हैं। केंद्र में 10 साल और बिहार में लगभग 20 साल तक सत्ता में रहने के बाद, मोदी सरकार राज्य में विशेष राज्य का दर्जा देने में क्यों विफल रही है'।
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