बिहार के 5 लाख युवाओं को ₹1000 मासिक भत्ता मिलेगा, PM मोदी आज जेपीवि-NIT समेत कई योजना का करेंगे शुभारंभ
बिहटा के सिकंदरपुर में एनआईटी पटना के पहले चरण का निर्माण पूरा हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी आज वीडियो कांफ्रेंसिंग से इसका उद्घाटन करेंगे। राज्य सरकार ने 125 एकड़ भूमि प्रदान की थी जिसमें से 60 एकड़ पर 2500 छात्रों के लिए व्यवस्था की गई है। कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रॉनिक्स के छात्र नए परिसर में स्थानांतरित होंगे।

राज्य ब्यूरो, पटना। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय का शुभारंभ किया जाएगा। इसके साथ ही कई अन्य योजनाओं का भी वह दिल्ली के विज्ञान भवन से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
इस दौरान प्रधानमंत्री बिहार की संशोधित मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना की भी शुरुआत करेंगे। इसके तहत हर साल लगभग पांच लाख स्नातकों को दो साल तक 1,000 रुपये का मासिक भत्ता मिलेगा। साथ ही इन्हें निशुल्क कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री पटना विश्वविद्यालय, मधेपुरा में भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, छपरा में जय प्रकाश विश्वविद्यालय और पटना में नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय में नई शैक्षणिक और अनुसंधान सुविधाओं की आधारशिला रखेंगे।
साथ ही राज्य सरकार में 4,000 से अधिक नवनियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भी वितरित करेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति योजना के तहत 25 लाख छात्रों को 450 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति जारी करेंगे।
बिहार के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री बिहार युवा आयोग का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। यह 18 से 45 वर्ष की आयु के लोगों के लिए एक वैधानिक आयोग है। इसका उद्देश्य राज्य की युवा आबादी की क्षमता का उपयोग करना है।
प्रधानमंत्री एनआइटी, पटना का बिहटा कैंपस राष्ट्र को समर्पित करेंगे। करीब 6,500 छात्रों की क्षमता वाले इस परिसर में उन्नत सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिनमें 5जी प्रयोगशाला, इसरो के सहयोग से स्थापित स्पेस रिसर्च और इनोवेशन सेंटर है, जिसने पहले ही नौ स्टार्टअप्स को सहयोग दिया है।
125 एकड़ में फैला है NIT
नये कैंपस के लिए राज्य सरकार के द्धारा 125 एकड़ भूमि प्रदान की थी। अगस्त 2022 में एनबीसीसी के द्धारा करीब 500 करोड़ की लागत से प्रथम फेज का निर्माण शुरू किया गया था।
कुल 6500 स्टूडेंट्स के लिए कैंपस निर्माण करना है। पहले चरण में 60 एकड़ भूमि पर निर्माण कार्य किया गया है, जिसमें 2500 स्टूडेंट्स के लिए पढ़ने व रहने की व्यवस्था विकसित की गई है, जिसका 95 प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
कंप्यूटर साइंस एवं इलेक्ट्रॉनिक्स के दोनों डिपार्टमेंट के सेकेंड ईयर और थर्ड ईयर के छात्र को ही शिफ्ट किया जा रहा है। फर्स्ट ईयर के छात्र पुराने पटना कैंपस में पढ़ाई करेंगे।
पटना का वर्तमान कैंपस भी एनआईटी के पास ही रहेगा, वहां सिविल व आर्किटेक्ट डिपार्टमेंट संचालित होता रहेगा।कैंपस पूरी तरह से इकोफ्रेंडली मॉडल में तैयार किया है।
नवीकरणीय ऊर्जा श्रोतों को बढ़ावा देने के लिए सभी बिल्डिंग पर सोलर पैनल लगा है। पूरे परिसर को शैक्षणिक,आवासीय और पाठ्येतर गतिविधियो के लिये आधुनिक सुविधा से लैस किया गया है।
सर्वसुविधायुक्त है विश्वविद्यालय परिसर
परिसर में शैक्षणिक विभाग, प्रशासनिक ब्लॉक, डेटा सेंटर, पुस्तकालय, नवाचार और इन्क्यूबेशन सेंटर, छात्र और छात्राओं के अलग-अलग छात्रावास, कैंटीन और मेस , अध्यापक और कर्मचारी क्वार्टर, छात्र गतिविधि केंद्र, खेल का मैदान और अन्य सुविधाएं शामिल हैं, जो एनआईटी को अधिक छात्रों को समायोजित करने और नवीनतम तकनीकी प्रगति और उद्योगा की मांगों के अनुरूप अत्याधुनिक कार्यक्रम शुरू करने में सक्षम रहेगा।
उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि बिहटा का परिसर निश्चित रूप से संस्थान की विकास गति को बढ़ावा देगा और हमारे राज्य बिहार को शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र में नए आयाम अर्जित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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