New Year 2025: नए साल में घूमने के लिए परफेक्ट हैं पटना की ये जगहें, अभी से बना लीजिए जानें का प्लान
साल 2024 के खत्म होने में अब बस 2-3 दिन का ही समय बचा है इसके बाद नए साल की शुरुआत होगी। साल 2025 के स्वागत के लिए लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं पटना में पार्कों मंदिर उद्यान सहित सभी जगहों पर नए साल की तैयारियां की जा रही हैं। इसके साथ ही सुरक्षा के भी इंतजाम किए जा रहे हैं।

मृत्युंजय मानी,पटना। नए साल में नए संकल्प के प्रति प्रतिबद्धता के साथ राजधानी एवं आसपास के क्षेत्रों में भरपूर उल्लास दिखाई देगा। संजय गांधी जैविक उद्यान, राजधानी वाटिका, ऐतिहासिक स्थल कुम्हरार, गोलघर पार्क, बिहार म्यूजियम, धार्मिक स्थल गुरुद्वारा, पटनदेवी, महावीर मंदिर सहित शहर के पार्क नववर्ष का स्वागत करने को तैयार हैं। नए पर्यटन स्थल के रूप में गंगा जेपी पथ पर भी खूब भीड़ होगी।
पटना पार्क प्रमंडल शहर के मोहल्लों में स्थित 74 पार्कों में प्रवेश शुल्क नहीं लेता है। वहीं राजधानी वाटिका के साथ-साथ शहर के 15 बड़े पार्कों में नववर्ष के प्रथम दिन सामान्य से अधिक शुल्क लगेगा। सात पार्कों में सामान्य दिनों की तरह प्रवेश शुल्क लगेगा।
शहीद वीर कुंअर सिंह पार्क, शिवाजी पार्क, अमृत पार्क वन एवं टू, एसकेपुरी, गांधी नगर पार्क, बहादुरपुर हाउसिंग कालोनी, एजी कालोनी, अटल पार्क, शास्त्रीनगर सीआइडी कालोनी पार्क आदि में अधिक शुल्क लगेगा। वहीं 31 दिसंबर तक सभी पार्कों में सामान्य शुल्क लगेंगे।
जेपी गंगा पथ बना पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र
- जेपी गंगा पथ शहरवासियों के आकर्षण का केंद्र बन गया है। जेपी सेतु गंगा सेतु से लेकर एलसीटी घाट तक दुकानें सजकर तैयार हो गई हैं। एलसीटी घाट से प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय तक कई स्थानों पर दुकानें सज गई हैं।
- नववर्ष के प्रथम दिन गंगा किनारे लोगों की भीड़ उमड़ने की संभावना जताई जा रही है। सांझा उत्सव 31 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा।
- यह स्थल भी शहरवासियों को अपनी तरफ आकर्षित करेगा। नगर निगम की ओर से की गई लाइटिंग दीघा 93 घाट पर आकर्षक लग रही है। गांधीघाट सहित गंगा किनारे वाले भाग में शहरवासी जश्न मनाने के लिए जाते हैं साथ ही गंगा का दर्शन भी करते हैं।
चिड़ियाघर में वन्य प्राणियों के बीच जश्न
- संजय गांधी जैविक उद्यान में 100 प्रजातियों के 1100 वन्य प्राणी और 15 हजार पेड़-पौधे के बीच शहरवासी जश्न मनाएंगे। इसे फूलों से सजाया गया है। यहां 2024 में नववर्ष के प्रथम दिन 27,334 दर्शक आए थे। दोनों गेट पर अतिरिक्त काउंटर खोले गए हैं। उस दिन नौकायन और शिशु उद्यान बंद रहेगा। जल उद्यान में 13 अलग प्रकार के फाउंटेन आकर्षण का केंद्र बनेंगे। पशुपालक वन्य प्राणियों के केजों के पास तैनात रहेंगे।
- सुबह आठ बजे से प्रवेश मिलेगा, नए साल पर सुबह की सैर पर प्रतिबंध रहेगा। चिड़ियाघर में अतिरिक्त 12 काउंटर खुलेंगे, यह सुबह आठ से शाम पांच बजे तक खुला रहेगा। 100 कर्मी सुरक्षा दृष्टिकोण से तैनात किए गए हैं। जिला प्रशासन ने दंडाधिकारी भी तैनात किए हैं।
राजधानी वाटिका में जुड़े हैं तीन पार्क
- इकोपार्क में बड़ा लान है, कैंटीन है, तालाब है और शिशु उद्यान है।
- पारिस्थितिकी पार्क में नौकायान, लान, धर्म और ग्रह पर आधारित वन है।
- नक्षत्र वन, राशि वन, गुरुवाटिका, बुद्ध वाटिका सहित कई वाटिका है, इसी पार्क से जुड़ा गुलाब गार्डेंन है।
- इको पार्क और पारिस्थितिकी पार्क को जोड़ने के लिए भूमिगत रास्ता है।
- एडवेंचर पार्क में घास का लान, झरना, स्केटिंग, एडवेंचर से जुड़ी कई प्रकार की गतिविधि की व्यवस्था की गई है।
- नव वर्ष के प्रथम दिन एडवेंचर पार्क खुले रहेंगे, लेकिन गतिविधियां नहीं होंगी।
- प्रवेश करने के लिए चार गेट खुले रहेंगे, भीड़ बढ़ने पर प्रवेश द्वार की संख्या में वृद्धि की तैयारी है।
बुद्धस्मृति पार्क की शांति लुभाएगी
बुद्ध स्मृति पार्क पटना जंक्शन के पास फ्रेजर रोड में 22 एकड़ में स्थित है। छह देशों से लाए गए बुद्ध अस्थि अवशेष 200 फीट ऊंचे बने पाटलिपुत्र करुणा स्तूप में रखा गया है। ध्यान केंद्र और संग्रहालय है। अंदर में प्रतिदिन संध्याकाल में साउंड एंड लेजर शो चलता है। इस पार्क में घास का रखरखाव अपनी तरफ आकर्षित करता है।
स्वतंत्रता संघर्ष की याद दिलाता है वीरकुंअर सिंह आजादी पार्क
वीरकुंअर सिंह आजादी पार्क आर.ब्लाक और जीपीओ गोलंबर के बीच में स्थित है। इस पार्क के मध्य में वीरकुंअर सिंह की प्रतिमा है। यह पार्क आजादी की लड़ाई की याद दिलाता है। इस पार्क में इंटरनेशनल स्तर के दो कोर्ट वाला बास्केट बाल ग्राउंड है। फुटबाल ग्राउंड है और क्रिकेट प्रशिक्षण केंद्र है। खूबसूरत तालाब में हंस लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं।
बिहार म्यूजियम में रहती है भीड़
बिहार म्यूजियम में इस वर्ष नव वर्ष के प्रथम दिन सुबोध गुप्ता की कलाकृतियां आकर्षण का केंद्र रहेंगी। यहां पिछले वर्ष आठ हजार लोग आए थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर की बाल दीर्घा बच्चों को आकर्षित करती है। हिस्ट्री गैलरी, लोककला गैलरी, यक्षणी की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र रहेगी। सामान्य दिनों की तरह प्रवेश शुल्क लगेगा। पटना म्यूजियम लंबे समय से बंद है, इस कारण नववर्ष के प्रथम दिन भी बंद रहेगा।
सभ्यता द्वार देखने के लिए नि:शुल्क प्रवेश
नई दिल्ली के इंडिया गेट और मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया के तर्ज पर सभ्यता द्वार का दीदार पटनावासी कर सकते हैं। बापू सभागार कैंपस के पिछले भाग में है। गंगा नदी के तट पर इसका निर्माण किया गया है।
गंगा दूर चली गई हैं। सभ्यता द्वार 32 मीटर ऊंचा है। सभ्यता द्वार के शीर्ष पर अशोक स्तंभ दिखाई देता है। सूर्यास्त होते ही लाइटिंग से जंगम हो जाता है। बिहार से जुड़े चार महापुरूषों बौद्ध धर्म के प्रवर्तक महात्मा बुद्ध, जैन धर्म के 24वें तीर्थांकर भगवान महावीर, सम्राट अशोक और मेगास्थानीज की वाणी आकर्षित करती है।
कुम्हरार पार्क ने संजो रखा है इतिहास
कुम्हरार पार्क ने प्राचीन पटना के अवशेष को यह पार्क संजोकर रखा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण 1913 में प्राचीन शहर पाटलिपुत्र के अवशेषों की खुदाई शुरू की गई थी। 80 स्तंभ वाला एक हाल, सम्राट अशोक के समय बौद्धों के लिए बनाए गए सभा हाल आदि मिले हैं। नववर्ष के प्रथम दिन यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं।
गोलघर बना आकर्षण का केंद्र
गोलघर ऐतिहासिक इमारत है। एक समय में यह पटना शहर का सबसे ऊंची इमारत था। गंगा नदी का दृश्य दिखाई देता था। अब गंगा गोलघर से दूर चली गई। फिलहाल गोलघर के ऊपर चढ़ने पर अभी रोक है। गोलघर पार्क में जाकर गोलंघर के इमारत से दीदार हो सकते हैं। यहां भी पर्यटकों की खूब भीड़ रहती है।
बोर्ड कॉलोनी में हैं ऊर्जा पार्क
बिजली कंपनी ऊर्जा पार्क का संचालन करती है। यह पार्क पिकनिक स्पॉट बन गया है। इसमें एक छोटी सी झील है। फव्वारे सैलानियों को आकर्षित करते हैं। बच्चों का पार्क और लान को लोग काफी पसंद करते हैं। यह पार्क विद्युत बोर्ड कॉलोनी में स्थित है।
शहर के मोहल्लों के 106 पार्कों में भी होगी भीड़
शहर के मोहल्ले में 106 पार्क नववर्ष पर शहरवासियों के आने का इंतजार कर रहे हैं। फूलों से उन्हें सजाया गया है। पुनाईचक, कंकंड़बाग, एसके नगर, चितकोहरा, पुलिस कालोनी सहित शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पार्क का निर्माण किया गया है। 74 पार्कों में कोई शुल्क नहीं लगेगा।
धार्मिक स्थलों पर उमड़ती है भीड़
तख्त श्री पटना साहिब गुरुद्वारा, पटनदेवी, पटना जंक्यान स्थित हनुमान मंदिर, राजवंशी नगर हनुमान मंदिर, जल्ला स्थित हनुमानमंदिर, दरभंगा हाउस काली मंदिर, बांसघाट काली मंदिर सहित कई धार्मिक स्थलों पर नए साल के पहले दिन लोगों की भीड़ उमड़ती है।
1 जनवरी को लगेगा अधिक प्रवेश शुल्क भ्रमण
- चिड़ियाघर- वयस्क 100 रुपये व शिशु 50 रुपये
- राजधानीवाटिका- वयस्क 50 रुपये व शिशु 25 रुपये
- बुद्ध स्मृति पार्क-वयस्क 40 रुपये व शिशु 40 रुपये
- वीरकुंअर सिंह आजादी पार्क- वयस्क 25 रुपये व शिशु 10 रुपये
- बिहार म्यूजियम वयस्क 100 रुपये व शिशु 50 रुपये
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