Patna News: ED की जांच के घेरे में भवन निर्माण के पूर्व मुख्य अभियंता, इंजीनियर ने किया था घोटाला
भवन निर्माण विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता तारिणी दास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नई प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी में है। ईडी ने एसवीयू को पत्र लिखकर दास के खिलाफ पहले की गई कार्रवाई का ब्योरा दिया है। इस साल मार्च में ईडी ने दास के ठिकानों पर छापेमारी कर 11.64 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की थी।

राज्य ब्यूरो, पटना। भवन निर्माण विभाग की तत्कालीन मुख्य अभियंता (योजना निरस्तीकरण) तारिणी दास के खिलाफ नई एफआईआर दर्ज करने की तैयारी चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस संबंध में बिहार सरकार की विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) के एडीजी पंकज दाराद को पत्र लिखा है।
इस पत्र में ईडी ने तारिणी दास के खिलाफ जांच एजेंसी द्वारा पूर्व में की गई कार्रवाई का ब्योरा दिया है और उनके खिलाफ नई एफआईआर दर्ज करने के लिए लिखा है।
इसी साल 27 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ने पटना के फुलवारीशरीफ स्थित पूर्णेंदु नगर स्थित भवन निर्माण विभाग की तत्कालीन मुख्य अभियंता (उत्तर) तारिणी दास के आवास पर छापेमारी की थी। दास के अलावा आधा दर्जन अन्य अधिकारियों के आवासों पर भी छापेमारी की गई थी।
अपनी कार्रवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने 11.64 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की। ईडी ने दास के ठिकानों से करीब 8.5 लाख रुपये बरामद किए।
ईडी ने यह कार्रवाई सरकारी विभागों में टेंडर समेत अन्य मामलों में भ्रष्टाचार को लेकर की। इसके बाद ईडी ने तारिणी दास के खिलाफ पीएमएलए एक्ट के तहत एफआईआर भी दर्ज की।
प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई के अगले ही दिन भवन निर्माण विभाग ने सेवानिवृत्ति के बाद संविदा पर नियुक्त मुख्य अभियंता तारिणी दास की नियुक्ति रद्द कर दी।
सूत्रों की मानें तो ईडी को अब इस मामले में अपनी जांच में कई अहम सुराग मिले हैं। जिसके बाद ईडी ने दास के खिलाफ नई एफआईआर दर्ज करने के लिए लिखा है।
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