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    Muzaffarpur News: पीएनबी धोखाधड़ी मामले में ईडी की छापेमारी; 83 लाख रुपये जब्त, 1.29 करोड़ की गबन की जांच जारी

    Updated: Wed, 17 Dec 2025 04:03 AM (IST)

    मुजफ्फरपुर में पीएनबी धोखाधड़ी मामले में ईडी ने छापेमारी की। इस दौरान 83 लाख रुपये जब्त किए गए और 1.29 करोड़ रुपये के गबन की जांच जारी है। यह कार्रवाई ...और पढ़ें

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    सांकेतिक तस्वीर

    राज्य ब्यूरो, पटना। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुजफ्फरपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक से धोखाधड़ी कर एक करोड़ 20 लाख रुपये निकासी करने के मामले में जांच शुरू की है। इससे पहले ईडी ने 11 दिसंबर को मुजफ्फरपुर में चार स्थानों पर छापा मारा था। जांच के क्रम में निदेशालय की टीम ने 83 लाख रुपये जब्त भी किए हैं।

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    ईडी से मिली जानकारी के अनुसार, यह मामला मुजफ्फरपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की जवाहरलाल रोड शाखा में दो व्यक्तियों के बचत खातों से लगभग 1.29 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से निकासी से संबंधित है।

    पहले खाते से एक बार में लगभग 1.07 करोड़ रुपये, जबकि दूसरे खाते से 22.40 लाख रुपये गबन किए गए। पहले इस मामले की जांच बिहार पुलिस की मुजफ्फरपुर इकाई द्वारा शुरू की गई थी। इस मामले में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

    पुलिस की जांच को आधार बनाकर प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग मामले में समानांतर जांच शुरू की, क्योंकि यह मामला पीएमएलए के तहत अनुसूचित अपराध में आता है। ईडी को अपनी जांच के दौरान यह तथ्य मिले कि इस मामले में आरोपितों ने वैसे व्यक्तियों को टारगेट किया जिनके खाते में मोटी रकम थी।

    इसके बाद आरोपियों ने जाली पहचान दस्तावेजों का उपयोग करके पीड़ितों के नकली सिम कार्ड प्राप्त किए। इसके बाद उन नंबरों को बैंक में जाकर बकायदा लिंक कराया गया, ताकि एसएमएस अलर्ट प्राप्त किया जा सके। आरोपितों ने इसके बाद इंटरनेट बैंकिंग की मदद लेकर खातों तक पहुंच बनाई और दो बैंक खातों से करीब 1.29 करोड़ रुपये की निकासी करने में सफल भी रहे।

    चोरी की गई राशि को कई चरणों में लेनदेन के माध्यम से स्थानांतरित किया गया, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा कोलकाता के एटीएम से नकद निकाला गया और बाद में कैश डिपाजिट मशीनों (सीडीएम) का उपयोग करके विभिन्न बैंक खातों में जमा किया गया।

    छापेमारी के दौरान ईडी ने कई आपत्तिजनक दस्तावेज और सामग्री जब्त की और अपराधियों से जुड़े लगभग 83 लाख रुपये के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया। इस मामले से जुड़े अन्य आरोपितों की पहचान के लिए ईडी की आगे की जांच जारी है।