'चुनाव के पहले 10000 रुपये देने की क्या जरूरत पड़ी', मुकेश सहनी बोले- 20 साल बाद नीतीश सरकार को आई महिलाओं की याद
विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना पर निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि चुनाव से पहले महिलाओं को 10 हजार रुपये क्यों दिए जा रहे हैं। सहनी ने कहा कि नीतीश सरकार को 20 साल बाद महिलाओं की याद आई। उन्होंने दावा किया कि भाजपा और जदयू महिलाओं को सम्मान नहीं दे सकते। महागठबंधन महिलाओं को प्रति महीने 2500 रुपये देगा जिससे उन्हें आत्मनिर्भरता मिलेगी।

राज्य ब्यूरो, पटना। विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर चुनाव से ठीक पहले आधी आबादी के आत्मनिर्भर बनाने के लिए 10 हजार रुपये देने की जरूरत क्यों पड़ी?
नीतीश कुमार की सरकार 20 साल से बिहार की सत्ता में है लेकिन उसे अब तक इन्हें महिलाओं के आत्मनिर्भर बनाने की याद नहीं आई थी, लेकिन जब चुनाव सिर पर आया तब इन्हें महिलाओं की याद आ गई।
सहनी ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आज लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है। गांव के पुरूष बाहर कमाने चले जा रहे हैं। महिलाओं को अकेले घर संभालना पड़ रहा है।
उन्होंने सरकार से सवाल पूछा कि क्या कभी उन महिलाओं के दर्द को सरकार ने समझने की कोशिश की? सहनी ने दावा करते हुए कहा कि भाजपा और जदयू की सरकार महिलाओं को सम्मान नहीं दे सकती है।
महागठबंधन ने प्रदेश की सभी महिलाओं को प्रति महीने 2500 रुपये देने का निर्णय लिया है। यह राशि न केवल महिलाओं को इस महंगाई से राहत देगी बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करेगी।
उन्होंने प्रदेश की महिलाओं से इस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए कहा कि भाजपा और जदयू को मालूम है कि आपकी मदद के बिना सरकार नहीं बन सकती है। यही कारण है कि ये 10 हजार रुपये दे रहे हैं, लेकिन इनके झांसे में आने की जरूरत नहीं है।
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