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    BPSC TRE 3.0: बीपीएससी परीक्षा पास करने वाले कैंडिडेटों को मिल गई एक और खुशखबरी, इस दिन मिलेगा नियुक्ति पत्र

    बिहार लोक सेवा आयोग से तीसरे चरण में चयनित 66 हजार शिक्षकों को 9 मार्च को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में आयोजित समारोह में कुछ शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देंगे जबकि अन्य जिलों में भी कार्यक्रम होंगे। सक्षमता परीक्षा-दो में उत्तीर्ण 65716 शिक्षकों को एक मार्च को विशिष्ट शिक्षक के रूप में औपबंधिक नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।

    By Dina Nath Sahani Edited By: Mukul Kumar Updated: Sun, 23 Feb 2025 08:07 PM (IST)
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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग से तीसरे चरण में करीब 66 हजार नियुक्त शिक्षकों को नौ मार्च को नियुक्ति पत्र देने की तैयारी है।

    इसको लेकर शिक्षा विभाग की ओर से आवश्यक तैयारी करने का निर्देश सभी जिलों को दिया गया है। विभाग द्वारा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने की तिथि घोषित की जाएगी।

    राजधानी पटना में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कुछ चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा, वहीं, अन्य जिलों में भी कार्यक्रम के जरिये शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।

    सभी चयनित शिक्षकों की काउंसलिंग पूरी

    • शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बिहार लोक सेवा आयोग से तीसरे चरण में 66 हजार शिक्षक चयनित हुए हैं। इन सभी चयनित शिक्षकों की काउंसलिंग पूरी हो चुकी है।
    • वहीं, सक्षमता परीक्षा-दो उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों को एक मार्च को विशिष्ट शिक्षक के रूप में औपबंधिक नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।
    • बता दें कि सक्षमता परीक्षा-दो में 65,716 शिक्षक उत्तीर्ण घोषित हुए थे। इन शिक्षकों की भी काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। औपबंधिक नियुक्ति पत्र दिए जाने के बाद ये सभी शिक्षक विशिष्ट अध्यापक बन जाएंगे।

    चक्की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जीएनएम की अब तक नहीं हुई नियुक्ति

    चक्की (बक्सर) प्रखंडवासियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तो मिल गया है लेकिन यहां महिला चिकित्सक की नियुक्ति नहीं होने से महिलाओं को काफी परेशानी हो रही है।

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    विभाग ने केंद्र के लिए जीएनएम के चार पद स्वीकृत किए हैं लेकिन अब तक एक भी नियुक्ति नहीं हुई है। इसके चलते गर्भवती महिलाओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

    महिला चिकित्सक न होने के कारण एएनएम के भरोसे प्रसव कराना पड़ता है। कई महिलाएं पुरुष डाक्टरों से समस्याएं बताने में असहज महसूस करती हैं।

    क्षेत्र के निवासियों ने बताया कि महिला चिकित्सक की कमी से महिलाओं को काफी दिक्कतें होती हैं। जीएनएम की नियुक्ति होने से भी मरीजों को काफी राहत मिलेगी।

    चिकित्सा पदाधिकारी डा. अंजनी कुमार ने बताया कि केंद्र के लिए चार जीएनएम के पद स्वीकृत हैं, लेकिन अभी तक कोई नियुक्ति नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि महिला चिकित्सक न होने के कारण एएनएम के सहारे प्रसव कराया जा रहा है।

    छात्रावासों के जीर्णोद्धार को भौतिक निरीक्षण करेगी शिक्षा विभाग की कमेटी

    उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान पटना शहर में अवस्थित विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के छात्रावासों की स्थिति का आकलन करते हुए चरणबद्ध तरीके से उनके जीर्णोद्धार कराये जाने की घोषणा की गयी है।

    इस घोषणा के आलोक में पटना शहर में अवस्थित छात्रावासों के जीर्णोद्धार और सुदृढ़ीकरण हेतु छात्रावासों का भौतिक निरीक्षण कराने हेतु शिक्षा सचिव अजय यादव की अध्यक्षता में कमेटी गठित कीगई है।

    शिक्षा विभाग की ओर से गठित कमेटी में पटना विश्वविद्यालय और पाटलीपुत्र विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्ष (छात्र कल्याण), पटना के उपविकास आयुक्त, बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम के अधीक्षण अभियंता, समाज कल्याण विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के एक-एक प्रतिनिधि, उच्च शिक्षा निदेशालय के उपनिदेशक दीपक कुमार सिंह सदस्य होंगे।

    कमेटी पटना शहर में अवस्थित विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के सभी छात्रावासों का स्थलीय निरीक्षण करेगी और उनके जीर्णोद्धार व सुदृढ़ीकरण के लिए प्रतिवेदन देगी।

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