केवल आधे घंटे का वक्त बदल सकता है आपकी जिंदगी, पटना में सीखें विपश्यना की हजारों साल पुरानी ध्यान पद्धति
साधना और ध्यान की हजारों साल पुरानी पद्धति विपश्यना के जरिए बदल सकती है आपकी जिंदगी 10 दिन का समय नहीं तो 30 मिनट करें विपश्यना सोमवार को छोड़ सप्ताह के सभी दिन कर सकते हैं विपश्यना सुबह 10 से लेकर शाम के 430 बजे तक कर सकते हैं विपश्यना

जागरण संवाददाता, पटना। Meditation Techniques: आजकल तकरीबन हर आदमी तनाव का शिकार है। बदली जीवनशैली और खानपान की गलत आदतों ने लोगों को बेचैन कर रखा है। ऐसी हालत में ध्यान एक ऐसा जरिया है, जिसकी मदद से आप बिना एक पैसा खर्च किए अपनी जिंदगी को पटरी पर ला सकते हैं। बिहार की राजधानी पटना में पटना जंक्शन के ठीक सामने बुद्ध स्मृति पार्क ध्यान लगाना सीखने के लिए बिल्कुल मुफीद ठिकाना है। यहां 10 दिनों का विपश्यना कोर्स कराया जाता है। इसके जरिए आप ध्यान लगाना सीख सकते हैं। लेकिन, बहुत से लोगों के लिए 10 दिन का वक्त निकालना मुश्किल हो जाता है। ऐसे लोगों की समस्या भी अब हल हो गई है।
भगवान बुद्ध से जुड़ी है विपश्यना की परंपरा
विपश्यना की परंपरा हजारों साल पुरानी है। माना जाता है कि भगवान बुद्ध ने विपश्यना साधना के जरिए ही बुद्धत्व प्राप्त किया था। विपश्यना साधना का हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बेहद सकारात्मक असर पड़ता है।
केवल 30 मिनट का समय निकाल कर करें विपश्यना
अगर आपके पास 10 दिनों का समय नहीं तो आप सिर्फ 30 मिनट निकालकर भी विपश्यना कर सकते हैं। फ्रेजर रोड स्थित बुद्ध स्मृति पार्क के पाटलिपुत्र विपश्यना केंद्र में सुबह 10 से लेकर शाम के 4:30 बजे के बीच किसी भी समय 30 मिनट विपश्यना कर सकते हैं। सोमवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिन विपश्यना में हिस्सा ले सकते हैं।
30 मिनट में सीखें मन को एकाग्र करना
विपश्यना केंद्र में 30 मिनट के विपश्यना में आनापान सति के तहत मन को एकाग्र करने, सांस को लेने और छोडऩे के लिए बताया जाता है। विपश्यना से पहले आरामदायक मुद्रा में पालथी लगाकर और पीठ को सीधी करके लोगों को बैठने के लिए कहा जाता है।
बुद्ध स्मृति पार्क के पीछे वाले गेट से करें प्रवेश
विपश्यना केंद्र में जाने के लिए आपको बुद्ध स्मृति पार्क के पीछे वाले गेट से प्रवेश करना होगा। यहां पर रजिस्टर में एंट्री करने के बाद विपश्यना केंद्र में जाने की अनुमति दी जाती है। विपश्यना केंद्र में प्रवेश से पहले मोबाइल को बंद करना होता है। इसके बाद विपश्यान केंद्र में लोगों के बैठने के लिए आरामदायक गत्ते लगाए गए है। जहां पर लोग आराम से बैठकर विपश्यना कर सकते हैं।
पूरी तरह मुफ्त है विपश्यना केंद्र में प्रशिक्षण
विपश्यना केंद्र में दो बैच में लोगों को ध्यान सिखाया जा रहा है। पहले बैच महीने की तीन से 14 तारीख, जबकि दूसरा 17 से 28 तारीख तक चलता है। दस दिवसीय विपश्यना में शामिल होने के लिए सभी लोगों को अलग से कमरे दिए जाते हैं। स्त्री और पुरुष के लिए अलग-अलग रहने की व्यवस्था की गई है। रहन-सहन से लेकर खान-पान तक की पूरी व्यवस्था मुफ्त है।
आवेदक ऐसे करा सकते हैं अपना पंजीकरण
विपश्यना केंद्र में पहुंचकर विपश्यना में शामिल होने के लिए आवेदक आफलाइन और आनलाइन दोनों तरह से अपना पंजीयन करा सकते हैं। आनलाइन पंजीयन patna.in.dhamma.org पर कर सकते हैं। जबकि आफलाइन पंजीयन केंद्र में पहुंचकर कर सकते हैं।
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